Post Office Scheme : डाकघर मासिक आय योजना
Post Office Scheme डाकघर मासिक आय योजना - पैसे लगाओ और घर बैठे पाओ सुरक्षित ब्याज
निवेश के कई विकल्प हैं, लेकिन एक ऐसी छोटी बचत योजना भी है, जिसमें आप पैसे लगाते हैं और...
अब फास्टैग fastag अनिवार्य
अब फास्टैग अनिवार्य
देश के किसी भी नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा को क्रॉस करते समय आपको अपने वाहन का टोल अब कैश में नहीं चुकाना पड़ेगा। क्योंकि केंद्र सरकार ने गत 15 फरवरी से...
लेट-लतीफी को करें बाय-बाय
लेट-लतीफी को करें बाय-बाय
आॅफिस का वक्त हो तो सड़कों पर ट्रैफिक का नजारा पागल कर देने वाला नजर आता है। एक आपाधापी सी मची होती है। लोग सड़कों पर बदहवास से वाहन दौड़ाते देखे...
Sweet Experiences: वर्ष 2020 ने दिए खट्टे-मीठे अनुभव
यह वर्ष बेहद चुनौतियों का वर्ष माना जाता है। टवंटी-टवंटी के नाम से मशहूर हुए इस वर्ष ने लोगों को जिंदगी के कई खट्टे-मीठे अनुभवों से रूबरू करवाया। आप भी नजर डालिये साल 2020...
बच्चों को क्रिएटिव बनाती है प्ले थेरेपी
बच्चों को क्रिएटिव बनाती है प्ले थेरेपी
प्ले थेरेपी बच्चों के लिए बहुत जरूरी होती है। प्ले थेरेपी की मदद से बच्चे एक-दूसरे के साथ खेलना, शेयर करना और टीम वर्क सीखते हैं।
यह उनके मानसिक...
भड़ास निकालने के लिए बोलना अहितकारी
भड़ास निकालने के लिए बोलना अहितकारी
वाणी पर संयम बहुत जरूरी है। शायद इसीलिए कहा भी गया है, ‘कम बोल अच्छा बोल’। बंदूक से निकली गोली वापस नहीं होती, ठीक उसी तरह मुख से निकली...
4 दिसंबर 1971 का वो भारत-पाक युद्ध मौत के साये में घिरे थे, पर...
4 दिसंबर 1971 का वो भारत-पाक युद्ध मौत के साये में घिरे थे, पर घबराए नहीं जांबाज
4 दिसंबर की वो कयामत भरी रात जब दुश्मन के 60 टैंक गोलों के रूप में आग बरसा...
शादी में फिजूलखर्ची के बदले धन बेटी के नाम करें
शादी में फिजूलखर्ची के बदले धन बेटी के नाम करें Instead of spending lavishly on marriage, donate money to your daughter
नीरू शादी के वर्ष भर बाद पीहर आई है। माता-पिता ने उसकी शादी बड़े...
स्वच्छता संग संगत का सजदा – गुरुग्राम में ‘हो पृथ्वी साफ मिटे रोग अभिशाप’...
स्वच्छता संग संगत का सजदा -
गुरुग्राम में ‘हो पृथ्वी साफ मिटे रोग अभिशाप’ सफाई महाभियान का 33 वां चरण
4घंटे में पूरा शहर किया चकाचक 6 मार्च 2022 को
3 लाख सेवादारों ने 7 घंटे चलाया...
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
मनुष्य अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में विश्व के किसी भी देश में रहे परन्तु उसे उसके संस्कार अपनी जड़ों से दूरी नहीं बनाने देते। उनके संस्कार, उनकी सांस्कृतिक विरासत उसे...