जिस दिन तेरे लंगर खत्म हो जाएंगे, असीं तुझे ले जाएंगे – सत्संगियों के...
जिस दिन तेरे लंगर खत्म हो जाएंगे, असीं तुझे ले जाएंगे - सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की दया-रहमत
प्रेमी हरदेव सिंह हैरी इन्सां पुत्र श्री पाला...
गुम हुए गहने सही-सलामत मिले
सत्संगियों के अनुभव डॉ. एमएसजी लायनहार्ट पिता जी की रहमत
बहन मीनूं इन्सां पत्नी प्रेमी गोविंद प्रकाश इन्सां गली नं. 8 प्रीतनगर सरसा।
पूज्य सतगुरु डॉ. एमएसजी लायनहार्ट (संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां)...
सतगुरु जी की रहमत से घुटने की चपनी ठीक हुई
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी सुखदेव सिंह इन्सां पुत्र श्री सुरजीत सिंह गांव भंगचिड़ी तहसील व जिला मुक्तसर साहिब (पंजाब)।
20 सितम्बर 2005 की...
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो :
सत्संगियों के अनुभव पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी की रहमत....
ज्ञानी करतार सिंह जी लाट साहब, गांव रामपुरथेड़ी डेरा सच्चा सौदा हरद्वार धाम जिला सरसा। लाट साहिब ने...
…जब सार्इं जी ने बिना बारी नहर का पानी छुड़वाया! -सत्संगियों के अनुभव
...जब सार्इं जी ने बिना बारी नहर का पानी छुड़वाया! -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रे्रमी बाग चंद पुत्र सचखंडवासी श्री वरियाम चंद ढाणी वरियाम चंदवाली जिला, सरसा से...
उसको तो मालिक सचखण्ड ले गए…-सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार दया-मेहर
प्रेमी भरपूर सिंह इन्सां सुपुत्र श्री गुरबचन सिंह गांव जण्डवाला सिखान ब्लाक संगरिया जिला हनुमानगढ़ (राज.) आंखों देखे एक अद्भुत करिश्मे...
सार्इं जी ने दिखाया रास्ता,खोई हुई भैंस मिल गई
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी चरण दास इन्सां सुपुत्र स. गंगा सिंह जी गांव ढण्डी कदीम तहसील जलालाबाद जिला फिरोजपुर (पंजाब)। प्रेमी जी बताते हैं कि पहले हम गांव...
सतगुरु प्रत्येक क्षण अपने शिष्य की सम्भाल करता है
सतगुरु प्रत्येक क्षण अपने शिष्य की सम्भाल करता है
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी चरण दास पुत्र श्री गंगा सिंह गांव कबरवाला तहि. मलोट जिला श्री मुक्तसर साहिब हाल आबाद...
‘असीं तो कल ही रानियां गए थे, तुसीं सोए पड़े थे’
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
‘असीं तो कल ही रानियां गए थे, तुसीं सोए पड़े थे’ 'Asini had gone to queens yesterday, you had slept'
सत्संगियों के...
‘तू डायरी में लिख, 2 दिसंबर 1992, सवेरे 8 बजे…!’ -सत्संगियों के अनुभव
‘तू डायरी में लिख, 2 दिसंबर 1992, सवेरे 8 बजे...!’ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी हरी चंद इन्सां पुत्र श्री भगवान दास गांव बप्पां जिला सरसा से...