मेरा सतगुरु ‘मोया राम’ नहीं, वो ‘जिंदाराम’ है
फरवरी 1960 में मेरी शादी हुई। जब शादी हुई तो मेरे पति बीमार थे। वह इतने बीमार थे कि कुछ खाते-पीते नहीं थे। हर कोई कहता था कि ये बचेंगे नहीं, चोला छोड़ेंगे। उन दिनों में बेपरवाह मस्ताना जी महाराज डेरा सच्चा सौदा रानियां में पधारे हुए थे।
मीठी धुन हो रही, तू सुन भाई कन्न ला के…रूहानी सत्संग
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मीठी धुन हो रही, तू सुन भाई कन्न ला के...
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! आप बहुत ही ऊंचे भागों वाले हैं...
सात दिन नंगे पांव डेरे की बाड़ लगाई
सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रेमी कबीर गांव महमदपुर रोही जिला फतेहाबाद से शहनशाह मस्ताना जी महाराज के एक अनूठे करश्मिे का वर्णन इस प्रकार करता है:-
कार्तिक 1955 की बात...
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना। देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना।
देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जी, आप सबका सत्संग में...
बेटा! दस साल के लिए तेरे पास हैं तेरे पापा। -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का रहमो-करम
मैं कमलजीत कौर इन्सां (सुजान बहन) पत्नी दवेन्द्र सिंह ब्लाक मोहाली, जिला साहिबजादा अजीत सिंह नगर, मोहाली (पंजाब) सतगुरु द्वारा किए हुए...
सतगुरु जी ने अपने शिष्य की लाज रखी – सत्संगियों के अनुभव
सतगुरु जी ने अपने शिष्य की लाज रखी - सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी सुखदेव सिंह फौजी इन्सां पुत्र सचखण्ड वासी बंत सिंह गांव घुम्मण कलां जिला...
हमेशा अच्छे लोगों का संग करें
हमेशा अच्छे लोगों का संग करें: पूज्य गुरु जी
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि जो जीव सत्संग में चलकर आता है, उसके जन्मों-जन्मों के पाप-कर्म खत्म...
हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है
हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है: सत्संगियों के अनुभव
- पूज्य डॉ. एमएसजी (हजूर पिता जी) का रहमो-करम
प्रेमी सम्पूर्ण सिंह इन्सां एडवोकेट सुपुत्र स. प्रीतम सिंह जी गांव अमरपुरा राठान...
चल उठ भई! तुझे तो ड्यूटी पर टाईम से पहुंचना है
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम | सत्संगियों के अनुभव
मास्टर लीला कृष्ण उर्फ लीलाधर पुत्र श्री पुरुशोत्तम दास, नानक नगरी, मकान न.122, मोगा (पंजाब)। प्रेमी जी अपने पूजनीय सतगुरु परम संत शहनशाह मस्ताना जी महाराज के एक अलौकिक करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करता है:-
बेटा, मालिक सुनेगा..
बेटा, मालिक सुनेगा.. : सत्संगियों के अनुभव पूजनीय परम पिता जी का रहमो करम
प्रेमी मस्त राम/ लीलाराम इन्सां सुपुत्र श्री हरीराम निवासी रासलाना तहसील भादरा जिला हनुमानगढ़ (राजस्थान)।
प्रेमी अपने पूज्य सतगुरु कुल मालिक परम...