The reason for every disease is poor digestive system

हर बीमारी का कारण है खराब पाचन तंत्र
स्वस्थ शरीर के लिए पौष्टिक और संतुलित भोजन का सेवन करना आवश्यक होता है। लेकिन जब आप भोजन करते हैं और उसके बाद शरीर में यह भोजन ठीक से न पचे तो न केवल शरीर में पोषक तत्वों की कमी होती है बल्कि कई अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। शरीर में पाचन तंत्र का काम सही ढंग से भोजन को पचाना होता है।

पाचन क्रिया में गड़बड़ी आने पर आपके शरीर में न केवल सही ढंग से खाना नहीं पच पाता है बल्कि इसकी वजह से आपको भूख न लगना, शरीर में थकान जैसी कई समस्याएं होती हैं। कई बार ऐसा होता है कि आपको खाना खाने के बाद पेट में भारीपन या पेट फूलने की समस्या होती है, दरअसल यह समस्या खराब पाचन की वजह से होती है। इस स्थिति को अपच कहा जाता है। अपच की समस्या कई कारणों से हो सकती है जिसमें सही ढंग से भोजन न करना, अधिक तेल मसाले वाले भोजन का सेवन आदि शामिल है। हमारे शरीर में जब खाना सही ढंग से नहीं पचता है तो कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। इन लक्षणों को पहचानकर आप अपने पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए कदम उठा सकते हैं, आइये जानते हैं इनके बारे में।

खाना ठीक से न पचने पर शरीर में दिखाई देने वाले लक्षण:

आपके शरीर को भोजन के माध्यम से कौन से पोषक तत्व मिलेंगे यह केवल पाचन तंत्र पर ही निर्भर करता है। शरीर में जाने वाले भोजन को सही ढंग से पचाकर उसे एनर्जी के रूप में परिवर्तित करना और उनसे पोषक तत्वों को निकालने का काम पाचन तंत्र का ही होता है। पाचन तंत्र के गड़बड़ होने से आपके शरीर में न केवल विषाक्त पदार्थ बढ़ने लगते हैं बल्कि आपको कमजोरी जैसी समस्याएं होती हैं। खराब पाचन के कारण पाचन तंत्र से जुड़े रोग का खतरा भी बढ़ जाता है। कब्ज, गैस और ब्लोटिंग आदि की समस्या भी खराब पाचन के कारण होती है। शरीर में जब खाना सही ढंग से नहीं पचता है तो ये पांच प्रमुख लक्षण दिखाई देते हैं।

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भोजन के बाद पेट में भारीपन:

कई बार ऐसा होता है कि हम भोजन कर रहे होते हैं और पेट में भारीपन महसूस होने लगता है। या फिर भोजन के बाद काफी देर तक आपको भारीपन महसूस होता है। दरअसल यह शरीर में खराब पाचन का संकेत है। भोजन से पहले ही या आधा भोजन करते ही पेट में भारीपन महसूस होना शरीर में खराब पाचन का संकेत होता है। ऐसा इसलिए होता है कि पहले से आपने जो भोजन लिया है वह सही ढंग से पच नहीं पाया है। यदि आपको भी लगातार यह समस्या हो रही है तो समझ जाना चाहिए कि आपके शरीर में खाना सही ढंग से नहीं पच रहा है।

पेट के ऊपरी हिस्से में जलन:

जब आपका पाचन तंत्र कमजोर होता है या सही ढंग से खाना नहीं पचता है तो आपको पेट के ऊपरी हिस्से में जलन की समस्या जरूर होगी। आपकी छाती और नाभि के बीच के हिस्से में जलन और बेचैनी भी शरीर में खराब पाचन का संकेत होती है। पेट में जलन का सबसे प्रमुख कारण एसिड का निर्माण और भोजन को पचाने वाले एंजाइम का सही ढंग से न बनना होता है। यदि आपको भी लगातार यह समस्या हो रही है तो समझ जाना चाहिए कि आपके पेट में खाना सही ढंग से पच नहीं पा रहा है।

पेट में गैस और डकार:

शरीर के ऊपरी पाचन तंत्र से अतिरिक्त हवा को निकालने के तरीके को डकार या बर्पिंग कहते हैं। बेल्चिंग या पासिंग गैस (फ्लैटस) प्राकृतिक और सामान्य माना जाता है लेकिन जब यह बार-बार होने लगे तो पाचन तंत्र में खराबी का संकेत भी हो सकता है। पेट में अधिक गैस बनना और बार-बार गैस छोड़ना भी खराब पाचन का संकेत है। जब आपके द्वारा सेवन किया जाने वाले भोजन पेट में सही ढंग से पच नहीं पाता है तो ये समस्याएं होती हैं। ऐसी स्थिति में आपको एक्सपर्ट डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

उल्टी और मतली:

आपको उल्टी और मतली की समस्या कई कारणों से हो सकती है। लेकिन जब बार-बार मतली या जी मचलाने की समस्या हो या उल्टी हो तो यह भी शरीर में खराब पाचन का संकेत हो सकता है। जब आपके द्वारा खाया जाने वाला भोजन सही ढंग से नहीं पचता है तो आपको उल्टी या मतली की समस्या हो सकती है। बदहजमी या अपच की वजह से आपको लगातार यह समस्या हो सकती है। ऐसे में इन लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

भूख न लगना:

अपच या बदहजमी के कारण आपको भूख न लगने की समस्या हो सकती है। जब आपके शरीर में भोजन सही ढंग से नहीं पच पाता है तो आपको भूख के पैटर्न में बदलाव हो सकता है। मान लीजिए यदि आप दिन में तीन बार भोजन करते हैं लेकिन जब आपके पेट में पहली बार का खाया हुआ भोजन सही ढंग से नहीं पचेगा तो आपको अगली बार खाने की इच्छा नहीं होगी। दरअसल यह शरीर में खराब पाचन का संकेत होता है। भूख कम लगने या भूख के पैटर्न में बदलाव होने पर आपको चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए।

खराब पाचन को ठीक करने के उपाय:

यदि आपके शरीर में भोजन सही ढंग से नहीं पच रहा है तो इसे बदहजमी या अपच की स्थिति कहते हैं। बदहजमी या अपच से निजात पाने के लिए आपको खानपान और जीवनशैली से जुड़ी कुछ आदतों में बदलाव करने से फायदा मिलता है। पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाने या कमजोर करने वाले खाद्य पदार्थों से दूरी बनाने से आप इस समस्या से छुटाकारा पा सकते हैं। खराब पाचन को ठीक करने के लिए कई घरेलू नुस्खे भी बताए गए हैं आप उनका भी सहारा ले सकते हैं।

इसके आलावा आपन पाचन तंत्र को ठीक करने के लिए इन बातों को अपना सकते हैं।

  • एक बार में एक साथ अधिक भोजन न करें, कम भोजन करें और दिन में कई बार खाना खाएं।
  • एसिडयुक्त और पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचें।
  • भोजन करने के तुरंत बाद बिस्तर पर न जाएं।
  • अधिक ठंडे पानी के सेवन से भी पाचन तंत्र पर असर पड़ता है, खराब पाचन को ठीक करने के लिए गुनगुना पानी पिएं।
  • खाने को जल्दबाजी में खाने के बजाय उसे ठीक से चबाकर खाएं।
  • फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड के सेवन से बचें।
  • अधिक तला हुआ या मसालेदार भोजन न करें।
  • रोजाना सही समय पर भोजन करें।
  • नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि या एक्सरसाइज करें।
  • शराब और स्मोकिंग न करें।
  • रात के भोजन को सोने से दो घंटे पहले करें।

घरेलू नुस्खे:

  • अपने भोजन को हमेशा चबा-चबाकर खाएं जिससे भोजन अच्छी तरह पचे।
  • दही का सेवन हमारे पाचन के लिए अच्छा होता है, खाने में दही शामिल करें।
  • मीठे अनार का रस मुंह में लेने से आंत दोष ठीक होता है और पाचन शक्ति बढती है।
  • अजवाइन को पानी में उबाल कर पीने से भी पाचन तंत्र सही रहता है।
  • रोजाना 3 ग्राम काली राई लेने से कब्ज वाली बदहजमी दूर हो जाती है।
  • अनानास का रस हमारे पाचन के लिए लाभदायी होता है।
  • अमरूद के पत्तों में शक्कर मिलाकर सेवन करने से बदहजमी दूर हो जाती है।
  • हरड़ का मुरब्बा भी हमारे पाचन के लिए अच्छा होता है।
  • नींबू पर काला नमक लगाकर चाटते रहे इससे बदहजमी दूर हो जाएगी।
  • हींग का उपयोग करें, इसका प्रयोग बदहजमी और गैस को दूर करने के लिए किया जाता है।

पाचन तंत्र को बेहतर बनाने वाले योग आसन:

जिस तरह योग आज कई लोगो की जिन्दगी से रोगों को दूर कर रहा है। ऐसे ही योग हमारे पाचन तंत्र को भी दुरुस्त कर सकता है। पाचन तंत्र को मजबूत करने के लिए आप यहां बताए गए योगासनों को भी आजमा सकते है। इन्हें रोजाना करने से पाचनतंत्र में सुधार आता है और शरीर भी स्वस्थ और मजबूत बनता है।

नौकासन:

नौकासन करने के लिए पहले पीठ के बल नीचे लेट जाए। फिर अपने पैरों को, हाथों को और सिर को ऊपर को उठाये। कुछ देर ऐसा करने पर फिर से अपनी पुरानी अवस्था में आ जाये। नौकासन करने से पाचन तंत्र में सुधार आता है।

त्रिकोण आसन:

यह आसन करने के लिए पहले सीधे खड़े हो जाए. अपने दोनों पैरों के बीच कुछ दूरी रखे। धीरेझ्रधीरे सांस लें और अपने दोनों हाथो को कंधे के साथ लाये। फिर कमर को झुकाकर बाएं हाथ से दायें पैर को छुएं और अपने दायें हाथ को आसमान की ओर सीधा करे। फिर दूसरे हाथ से ऐसा करे। ऐसा करते हुए धीरे झ्र धीरे यह प्रक्रिया अपनाये।

पश्चिमोत्तानासन:

इस आसन को करने के लिए बैठ जाए और अपने पैरों को सीधा कर ले। फिर अपने दोनों हाथो को ऊपर को उठाये। फिर दोनों हाथो से झुककर अपने पैरों के अंगूठे पकड़ने की कोशिश करे। ऐसा कुछ देर करते रहने से हमारे शरीर को फायदा होता है।

प्लाविनी योग:

प्लाविनी प्राणायाम को करने के लिए पहले अपने पेट में सांस भर ले। फिर अपने कंठ को सीने से लगाकर बंद कर दे और कुछ देर तक ऐसे ही रहे। इसके बाद धीरे-धीरे सांसे छोड़ते हुए अपनी पुरानी मुद्रा में आ जाए। प्लाविनी प्राणायाम से हमारे मलद्वार और आंत बेहतर ढंग से अपना कार्य करते है जिससे हमारा पाचन तंत्र भी ठीक होता है।

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