थकान से निपटें
थकान से निपटें
शरीर और मन की बैट्री पुन: चार्ज करने के लिए ही कुदरत ने नींद बनाई है। सात आठ घंटे की नींद शरीर को तरो-ताजा करने के लिए काफी होती है।
आज जीवन का...
जीवन साथी का आदर करें
जीवन साथी का आदर करें
यह एक सच है कि वैवाहिक जीवन में आदर देने से ही आदर मिलता है। विवाह एक ऐसा सुखद रिश्ता है जिसमें बंधन होने पर भी आजादी की संभावना है।
यदि...
बालों की सेहत के लिए जरूरी तेल
बालों की सेहत के लिए जरूरी तेल
सालों से बालों में तेल लगाने की परंपरा रही है। तेल लगाने से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। मस्तिष्क शांत रहता है। ब्लड सकुर्लेशन बढ़ता है, जिससे...
नींद से रिचार्ज होता है शरीर और दिमाग
नींद से रिचार्ज होता है शरीर और दिमाग
आज के इतने व्यस्त और थका देने वाले शेड्यूल में हम एक चीज को सबसे हल्के में लेते हैं और वह है हमारी नींद। हाल ही में...
घर स्वस्थ तो आप स्वस्थ
घर स्वस्थ तो आप स्वस्थ
कीटाणुओं के बारे में चिंता करना गलत नहीं है। आप सोचिए कि अपने घर को उनसे कैसे बचा सकते हैं। यदि आप अपने घर को साफ करने के साथ-साथ कीटाणु-मुक्त...
अनाथ मातृ-पितृ सेवा मुहिम: बहन हनीप्रीत इन्सां ने बुजुर्गों की सेवा कर मनाया मदर्स-डे
अनाथ मातृ-पितृ सेवा मुहिम: बहन हनीप्रीत इन्सां ने बुजुर्गों की सेवा कर मनाया मदर्स-डे
पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा से डेरा सच्चा सौदा द्वारा समाज में 139...
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चे मां बाप की ‘आंख के तारे‘ होते हैं। बच्चों से, ‘घर घर लगता है‘, ‘बच्चे मां बाप के कलेजे का टुकड़ा होते हैं। ये सब कहावतें बहुत सच्ची हैं।
इनमें...
मेरी मां यकीनन मेरी चट्टान है |मातृ दिवस पर विशेष 8 मई
मेरी मां यकीनन मेरी चट्टान है |मातृ दिवस पर विशेष 8 मई
‘‘लबों पे उसके कभी बद्दुआ नहीं होती बस एक मां है जो कभी खफा नहीं होती’’
कवि मुनव्वर राना की इन पक्तियों में मां...
इवेंट मैनेजमेंट: चकाचौंध से जुड़ा रोजगार
इवेंट मैनेजमेंट: चकाचौंध से जुड़ा रोजगार
मैरिज,
बर्थ डे,
वेडिंग रिसेप्शन,
एनिवर्सरीज जैसे समारोहों के अलावा प्राइवेट पार्टीज,
प्रोडक्ट्स की लॉन्चिंग,
चैरिटी इवेंट्स,
सेमिनार्स,
एग्जीबिशंस,
सेलिब्रिटी शोज,
इंटरनेशनल आर्टिस्ट शोज,
रोड शोज,
कॉम्पिटिशंस की बढ़ती संख्या...
घरों में घुस आया है प्रदूषण
घरों में घुस आया है प्रदूषण
आज की बदलती जीवन शैली के कारण कोई भी जगह प्रदूषणमुक्त नहीं रही। सुख सुविधाओं की चाह में मनुष्य नये-नये आविष्कार करता रहा है लेकिन उनसे होने वाले नुकसानों...