डेयरी उद्यमिता विकास योजना – सरकारी योजना
डेयरी उद्यमिता विकास योजना सरकारी योजना दस हजार रु. में शुरू करें काम, हर महीने में होगी अच्छी आमदन
देश में दुधारू पशुओं से रोजगार की लगातार बढ़ती संभावनाओं के बीच केंद्र सरकार ने डेयरी...
Strawberry cultivation: स्ट्रॉबेरी की खेती से राजस्थान में मिसाल बने गंगाराम सेपट
जैविक खेती और नवाचार के लिए राजस्थान के सांभर उपखण्ड के ग्राम कालख के रहने वाले गंगाराम सेपट स्वयं तो 5 बीघा से भी कम जमीन के मालिक हैं, लेकिन तीनों भाईयों की संयुक्त...
3 कृषि कानूनों के खिलाफ सड़क परअन्नदाता Farm Bills
देश की राजधानी दिल्ली की सीमावर्ती क्षेत्रों में किसानों के शुरू हुए पडाव पर दुनियाभर की निगाहें टिकी हुई हैं। इस किसान आंदोलन की शुरूआत केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि अध्यादेशों से जुड़ी...
लेमन ग्रास की खेती कर बनाई अलग पहचान
लेमन ग्रास की खेती कर बनाई अलग पहचान
देशभर में जहां कई किसान कृषि को घाटे का सौदा मानकर इसे छोड़ रहे हैं तो वहीं कुछ ऐसे युवा भी हैं, जो खेतीबाड़ी को ही अपना...
अमेरिका छोड़ मोहाली में शुरू की प्राकृतिक खेती -चरणदीप सिंह
अमेरिका छोड़ मोहाली में शुरू की प्राकृतिक खेती
पंजाब के मोहाली में रहने वाले 57 वर्षीय किसान, चरणदीप सिंह साल 2015 से अपनी सात एकड़ जमीन पर प्राकृतिक खेती कर रहे हैं।
वह न केवल अपने...
स्ट्राबेरी मिसाल बनी पिता-पुत्र की जोड़ी
स्ट्राबेरी मिसाल बनी पिता-पुत्र की जोड़ी
स्ट्राबेरी के लिए एक एकड़ खेत में पौधे लगाने पर छह लाख रुपये का खर्च आता है। सात महीने की इस फसल पर सभी खर्च निकालकर प्रति एकड़ करीब...
पौधे खरीदते समय बरतें सावधानी
पौधे खरीदते समय बरतें सावधानी : आजकल न वो बाग रहे, न वो बगीचे। प्राकृतिक छटा को अपने घर में उतारने के लिए लोग गमले सजाते हैं या फिर क्यारियां बनाते हैं। इन गमलों...
Guava Cultivation लक्ष्मी-मनोज खंडेलवाल ने अमरूद की खेती से बनाई पहचान
लक्ष्मी-मनोज खंडेलवाल ने अमरूद की खेती Guava Cultivation से बनाई पहचान गुरजंट धालीवाल, जयपुर
भारत की ग्रामीण महिलाओं को देश की असली वर्किंग वुमन कहा जाता है। आखिर इसमें सच्चाई भी है क्योंकि देश में...
सुखी रहे अन्नदाता
सम्पादकीय
सुखी रहे अन्नदाता
कृषि भारतीय अर्थ-व्यवस्था का मेरूदण्ड है। जहां एक ओर यह एक प्रमुख रोजगार प्रद्त क्षेत्र है, वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
देश की 60...
सुख-समृद्धि का पर्व है बैसाखी
सुख-समृद्धि का पर्व है बैसाखी
रत को यदि पर्वोत्सवों की खान कहा जाय तो कोई अतिशयोक्ति न होगी। अभावों के साये में जीने के बावजूद यहां के अधिसंख्य लोगों में धार्मिक प्रवृत्तियां कूट-कूट कर भरी...