फादर्स डे (18 जून) अपने पिता को दें खास उपहार
वह भले ही मां की तरह आपकी पहली शिक्षिका न हों, लेकिन जिंदगी के बहुत से जरूरी सबक आपको सिखाया है। भले ही वह आपसे दूर जाने पर मां की तरह फूट-फूट कर न रोए हों लेकिन दर्द उन्हें भी उतना ही होता है! आपके जन्म से लेकर आपके बड़े होने और फिर सफल इंसान बनने के पीछे मां की कितनी बड़ी भूमिका होती है इसके बारे में तो सब जानते हैं और सब कहते भी हैं। लेकिन उनके योगदानों की कम चर्चा के बावजूद भी आपकी जिंदगी में उनकी भूमिका और योगदान मां से कम नहीं होते हैं।
इसीलिए जब जून के तीसरे रविवार को पूरी दुनिया उनके योगदानों को याद करते हुए फादर्स डे मना रही है तो आप भी अपने पिता को अपनी जिंदगी में उनके प्यार, अपनेपन और त्याग के लिए शुक्रिया जरूर कहिए, उन्हें बताइए कि वह आपके लिए कितने महत्पवूर्ण हैं और आपकी जिंदगी का ये सफर उनके बिना कतई आसान नहीं होता। अब आपके मन में फादर्स डे के बारे में कुछ सवाल भी उठ रहे होंगे, मसलन इसे मनाने की शुरूआत कहां से और कब हुई, क्या इसे पूरी दुनिया में आज ही के दिन मनाया जाता है? तो आइए जानें आपके सारे सवालों के जवाब।
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कब मनाया जाता है फादर्स डे:
ऐसा नहीं है कि पूरी दुनिया में फादर्स डे को मनाने का एक ही दिन है। अमेरिका, यूके और भारत, जापान और कोलंबिया जैसे दुनिया के कई देशों में इसे जून के तीसरे रविवार को मनाया जाता है। लेकिन कुछ ऐसे भी देश हैं जहां इसे अलग समय पर मनाया जाता है।
क्यों और कैसे हुई फादर्स डे को मनाने की शुरूआत:
फादर्स डे मनाए जाने की शुरूआत के पीछे दो कहानियां प्रचलित हैं। लेकिन इतना तय है कि इसे मनाने की शुरूआत अमेरिका से ही हुई है। पहली कहानी के मुताबिक इसकी शुरूआत का श्रेय वेस्ट वर्जिनिया के फेयरमाइंट की रहने वाली ग्रेस गोल्डन क्लेटन नामक महिला की वजह से हुई।
दरअसल 1907 में वेस्ट वर्जिनिया स्थित मोनोनगा खदान में हुई दुर्घटना में 362 पुरुष मारे गए थे, जिसकी वजह से 250 महिलाएं विधवा हो गई थीं जबकि 1000 से ज्यादा बच्चे अनाथ हो गए थे। ग्रेस गोल्डेन क्लेटन, जोकि खुद भी एक अनाथ थी, ने स्थानीय मंत्री को 1908 में पिताओं के सम्मान में चर्च में एक कार्यक्रम आयोजित करने के लिए मनाया। ऐसा करने के पीछे क्लेटन का मकसद खदान दुर्घटना में मारे गए पिताओं के साथ-साथ अपने पिता को भी श्रद्धांजलि देना था।
दूसरी कहानी के मुताबिक, इसकी शुरूआत अरकांस की रहने वाली सोनोरा स्मार्ट डॉड ने अपने पिता को सम्मानित करने के लिए की थी। डॉड के पिता ने उनकी मां की, बच्चे को जन्म देने के दौरान मौत के बाद छह बच्चों को पाला था। डॉड जब 16 साल की थीं तभी उनके पिता की मौत हो गई थी।
जून 1913 में यूएस कांग्रेस ने आधिकारिक तौर पर जून के तीसरे रविवार को फादर्स-डे की तारीख तय की, तब से फादर्स-डे अमेरिका सहित ज्यादातर देशों में इसी दिन मनाया जाता है। 1966 में सबसे पहले राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने फादर्स डे को मनाने के लिए पहली राष्ट्रपति उद्घोषणा की लेकिन इस कानून पर हस्ताक्षर 1972 में राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन ने किए।
पिता को दें खास उपहार: छोड़ें अपनी बुरी आदत:
आपके पापा आपकी किसी बुरी आदत से परेशान रहते हैं। आप उनकी बात नहीं मानते या आप उन्हें तंग करते रहते हैं, तो इस बार आप अपनी बुरी आदत को छोड़कर एक अच्छा नेक इन्सान बनने का प्रण करे, यह आपका अपने पापा के लिए सबसे खास उपहार होगा। जब उन्हें पता चलेगा कि आप अपनी बुरी आदत छोड़ चुके हैं, तो निश्चित ही आपके लिए व अपने पापा के लिए यह ‘फादर्स-डे’ हमेशा के लिए यादगार बन जाएगा।
ब्रेंडेड पैंट-शर्ट:
आपके पापा ने हमेशा यही चाहा है कि आप सुंदर दिखें, और आपके लिए वे अच्छे से अच्छे और महंगे से महंगे कपड़े खरीदने में भी गुरेज नहीं करते। लेकिन आप फादर्स डे पर अपने पापा के लिए गिफ्ट के तौर पर ब्रैंडेड पैंट-शर्ट देंगे, तो वे जरूर खुश हो जाएंगे।
घड़ी:
पापा की पहली पसंद हमेशा घड़ी रहती है। इसका चलन काफी पहले से चलता आया है। वो अपने कपड़ों के हिसाब से घड़ी बदलते हैं। इसलिए इस बार फादर्स-डे पर पापा को घड़ी देकर आप उन्हें खुश कर सकते हैं।
कॉफी मेकर: पापा को कॉफी या चाय पीना हमेशा पसंद होता है। घर में कई बार वो कॉफी या चाय बनाने की फरमाइश करते हैं, ऐसे में कॉफी-मेकर देखकर वो खुश हो जाएंगे।
कॉफी मग:
कॉफी मग भी पापा के लिए एक अच्छा गिफ्ट साबित हो सकता है। अगर उस मग पर पापा के लिए कोई अच्छा-सा मैसेज लिख दें, तो उस गिफ्ट का क्या कहना। पापा को इस बार फादर्स-डे पर ऐसा एक गिफ्ट जरूर दें।
मॉर्डन सेविंग किट: पापा को शेविंग किट से बहुत ज्यादा प्यार होता है। ये एक ऐसी चीज है, जिसकी उन्हें हर सुबह जरूरत होती है, तो इस बार उन्हें ये गिफ्ट देकर जरूर खश करें।
परफ्यूम:
परफ्यूम की तरफ पापा का झुकाव रहता है। वो घर में मौजूद हर परफ्यूम टेस्ट करके जरूर देखते हैं, ऐसे में ये उनके लिए एक अच्छा गिफ्ट होगा।
बुक:
अगर आपके पापा को पढ़ने का शौक है, तो आप उन्हें उनकी पंसद की कोई किताब पढ़ने के लिए दे सकते हैं। जैसे कि अगर वे धार्मिक पुस्तक पढ़ना पसंद करते हैं, तो धर्म से जुड़ी कोई पुस्तक आप उन्हें गिफ्ट कर सकते हैं। इसके अलावा उनकी रूचि के अनुसार जो भी पुस्तक आप उन्हें देंगे, वे अवश्य ही खुश हो जाएंगे।
अपने बच्चों संग मनाए फादर्स-डे
यह तो जरूरी है कि बच्चे अपने पिता को फादर्स-डे पर पूरी खुशी देने का प्रयास करें, लेकिन इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि एक पिता अपने बच्चों को इस दिन समय जरूर दे। आमतौर पर देखा जाता है कि बच्चों को पता होता है कि आज फादर्स-डे है, और वे दिन को अच्छे से सेलिब्रेट भी करना चाहते हैं, लेकिन अगर पिता अपने काम-धंधे में ही व्यस्त रहे, तो यह कैसे संभव हो पाएगा! इसलिए जरूरी है कि इस दिन पिता काम-धंधे से छुट्टी लेकर यह समय अपने बच्चों को साथ खूब हंसी-खुशी के साथ बिताए।
हम आपको कुछ सुझाव देते हैं, जो आपका दिन आपके बच्चे के लिए बनाने में आपकी मदद करेंगे:-
- सबसे पहले आप पूरे दिन प्रसन्नचित मन से रहिये। अभिभावक का हंसमुख चेहरा बच्चे के लिए सबसे बड़ा तोहफा होता है।
- अपने बच्चों के साथ मिलकर खाना पकाने का मजा ही कुछ और होता है। भोजन तैयार करते समय आप जो भी काम मिल-बांट कर करते हैं, उसकी खुशनुमा यादें, आपके मन और संबंध दोनों को अच्छा करती हैं।
- आप बच्चों को मजेदार चुटकुले सुनाएं और उनके द्वारा खुद भी चुटकुले सुनें और मस्ती करें। एक साथ हंसना परिवार को करीब लाने का अच्छा जरिया होता है।
- आप जब अपने बच्चों से बात करें, तो जो भी कार्य कर रहे हैं उसे रोक दें, आपका पूरा ध्यान उनकी बातों को सुनने में होना चाहिए। इससे उन्हें यह महसूस होगा, कि उनकी बातों का आपके लिए महत्व है।
- आप उनके साथ उनके मनपसंद संगीत का आनंद लें, या शाम के समय बच्चों के साथ कोई अच्छी पारिवारिक या स्वच्छ मनोरंजन करती फिल्म देखें।
- उनके साथ मिल-बैठ का पुरानी यादों, तस्वीरों को देखें, और उसके बारे में बातें करें।
- इलेक्ट्रॉनिक सामान से दूरी बनाइये, और बच्चों के साथ बोर्ड-गेम खेलिए, पार्क में जाइये।
- उन्हें उनकी भावनाओं की अभिव्यक्ति करने का मौका दें, बीच में उन्हें टोकें नहीं।
- याद रखिये, जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज, परिवार और उसका प्यार होता है। एक पिता बनकर आप बिना शर्त प्यार करना, और एक बेहतर इंसान बनना सीखते हैं।
फादर्स-डे के दिन एक पिता अगर उक्त सारे कार्य करता है, तो अवश्य ही इस दिन को अपने लिए, अपने बच्चों के लिए व अपने परिवार के लिए खुशनुमा बनाया जा सकता है। और ऐसा किया भी क्यों न जाए, आखिर एक वर्ष में एक दिन ही तो ऐसा आता है, जिसमें बच्चे भी चाहते हैं कि उनके पापा सिर्फ और सिर्फ उनके लिए ही हों।
क्योंकि पिता हर समय अपने परिवार को खुशियां प्रदान करने के लिए काम-धंधों में व्यस्त रहता है। अगर फादर्स-डे पर आप अपने लिए व अपने बच्चों के लिए समय निकालकर बच्चों द्वारा मिलने वाली खुशियों का अहसास करेंगे, तो पूरी जिंदगी के लिए यह दिन आपके लिए खास बन जाएगा
– प्रमोद मित्तल
पिता जीवन है, संबल है, शक्ति है
पिता सृष्टि के निर्माण की अभिव्यक्ति है।
पिता उंगली पकड़े बच्चे का सहारा है
पिता कभी कुछ खट्टा, कभी खारा है।
पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है
पिता धौंस से चलने वाला प्रेम का प्रशासन है।
पिता रोटी है, कपड़ा है, मकान है
पिता छोटे से परिंदे का बड़ा आसमान है।
पिता अप्रदर्शित अनंत प्यार है
पिता है तो बच्चों को इंतजार है।
पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं
पिता है तो बाजार के सब खिलौने अपने हैं।
पिता से परिवार में प्रतिपल राग है
पिता से ही मां का बिंदी और सुहाग है।
पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है
पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है।
पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है
पिता रक्त में दिए हुए संस्कारों की मूर्ति है।
पिता एक जीवन को जीवन का दान है
पिता दुनिया दिखाने का अहसान है।
पिता सुरक्षा है, सिर पर हाथ है
पिता नहीं तो बचपन अनाथ है।
तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो
पिता का अपमान नहीं, उन पर अभिमान करो।
क्योंकि मां-बाप की कमी कोई पाट नहीं सकता
और ईश्वर भी इनके आशीषों को काट नहीं सकता।
विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है
मां-बाप की सेवा ही सबसे बड़ी पूजा है।
विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्राएं व्यर्थ हैं
यदि बेटे के होते मां-बाप असमर्थ हैं
वे बेटे खुशनसीब हैं, मां-बाप जिनके साथ होते हैं।।
-ओम व्यास