रिश्तों को सुधारें , कुछ यूं मनाएं सुरक्षित दिवाली
परिवार और रिश्तेंदारों की अपेक्षा पड़ोसी ही हमारे सबसे नजदीक होते हैं। चाहने पर भी वो हमेशा हमारी मदद के लिए अक्सर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे समय पड़ोसी ही मदद के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में पड़ोसियों से अपने रिलेशन को अच्छा बना कर रखना बहुत जरूरी होता है
सिंगल मदर छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें
इत्यादि ऐसे किसी भी कारण से बच्चे को अकेले पालने की जिम्मेदारी मां पर आ सकती है। ऐसे में पहली दो स्थितियों में मां स्वयं मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त होती है, उस पर मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक समस्या भी होती है कि अकेले छोटे बच्चे को कैसे पाल पोस कर संस्कारी बना सके।
बॉडी शेमिंग एन अनसॉलिसिटेड एडवाइज
बॉडी शेमिंग एन अनसॉलिसिटेड एडवाइज
‘अरे! तूने आजकल बड़ा वेट पुट आॅन कर लिया है। कुछ कर! यूं ही फूलती रही न, तो कोई शादी भी नहीं करेगा! और ये कोई उम्र है मोटापे की।...
छोटा परिवार खुशियां बेशुमार | Small Family Happiness
छोटा परिवार खुशियां बेशुमार (Small Family Happiness)
जनसंख्या नियंत्रण:
ठोस कानून बनाने की जरूरत जिस गति से विश्व में जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, उस अनुपात में 'अर्थ ओवरशूट डे' की अवधि भी सिमटती जा...
पैरों के छालों को अनदेखा न करें
पैरों के छालों को अनदेखा न करें
गर्मियों में त्वचा का टैन होना, सनबर्न होना, पिंपल्स का बढ़ना यह साधारण त्वचा संबंधी समस्याएं हैं, उसमें एक और समस्या भी कभी कभी किसी को हो सकती...
सुखी रहे अन्नदाता
सम्पादकीय
सुखी रहे अन्नदाता
कृषि भारतीय अर्थ-व्यवस्था का मेरूदण्ड है। जहां एक ओर यह एक प्रमुख रोजगार प्रद्त क्षेत्र है, वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
देश की 60...
वह नहीं सुनते आपकी…!
वह नहीं सुनते आपकी...! पत्नियों को यह शिकायत रहती है कि उनके पति बदल गए हैं। अब वे पहले जैसे नहीं रहे हैं। अब वे उनकी बात बिल्कुल नहीं सुनते।
बहरहाल, यदि आप चाहती हैं...
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
‘हमारा सतीश तो मानता ही नहीं है। रेखा के साथ बर्तन मंजवाता है। सब्जी कटवाता है। झाडू-पोंछा भी कर देता है। मैं तो उसे खूब टोकती...
पति, पत्नी और गुस्सा
पति, पत्नी और गुस्सा
छोटी मोटी तकरार दांपत्य जीवन का एक अटूट हिस्सा है, लेकिन जब यह तकरार गुस्से की सारी हदों को पार करते हुए रिश्तों के बंधन को तोड़ने लगे या बेहद खौफनाक...
लौट आये वो Sunday…!
लौट आये वो Sunday...!
एक दिन होता है जब लगभग पूरा परिवार साथ होता है,।।।उममम।।।
सच कहूं तो 'साथ' होता था। साप्ताहिक पर्व की तरह मनाया जाता था संडे। अब भी चाहें तो साथ मना सकते...