कैसे करें बच्चों से बातचीत?
कैसे करें बच्चों से बातचीत?
बातचीत करना भावनाओं की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है। इसके जरिये अंतर्मन की इच्छाओं का पता चलता है। खासतौर पर जब बच्चे बातचीत करते हैं तो एक तरफ उनकी...
women working: वर्किंग वुमन करें टेंशन का मुकाबला
women working तनाव आज हर किसी के खून में रचा बसा है। चाहे वो बच्चे हों या बड़े, महिलाएं हों या पुरुष, सभी का जीवन तनावों से भरा है। सर्वेक्षण के अनुसार, महिलाएं पुरुषों...
मनुष्य के नैतिक दायित्व
मनुष्य के नैतिक दायित्व
शास्त्रों ने कुछ नैतिक दायित्व मनुष्यों के लिए निर्धारित किए हैं। उनका पालन करना सभी का कर्तव्य है। मनुस्मृति के निम्न श्लोक में बताया गया है कि कौन से वे लोग...
बच्चों की पढ़ाई के लिए अनुकूल रखें घर का वातावरण
बच्चों की पढ़ाई के लिए अनुकूल रखें घर का वातावरण : आप तो अजीब बात करते हैं।
आप कहते हैं कि घर में मां-बाप बच्चों की पढ़ाई का ज्यादा ख्याल रखें, हम लोग ऐसा कर...
सुखी रहे अन्नदाता
सम्पादकीय
सुखी रहे अन्नदाता
कृषि भारतीय अर्थ-व्यवस्था का मेरूदण्ड है। जहां एक ओर यह एक प्रमुख रोजगार प्रद्त क्षेत्र है, वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
देश की 60...
परिपक्वता जरूरी है सास बनने से पहले
परिपक्वता जरूरी है सास बनने से पहले Maturity is necessary before becoming a mother-in-law
जिंदगी में एक ऐसा समय भी आता है जब बच्चे बड़े हो जाते हैं और मां-बाप अपने सामाजिक उत्तरदायित्व पूरे करने...
घर पर ही बनाएं कुछ स्वादिष्ट और हैल्दी | Make something delicious and healthy...
हम लोग बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ बाजार से खरीदते हैं, जो रूटीन में यूज होते हैं। बाजार से मिलने वाले डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ एक तरफ जहां अधिक महंगे होते हैं, वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सही नहीं होते।
लौट आये वो Sunday…!
लौट आये वो Sunday...!
एक दिन होता है जब लगभग पूरा परिवार साथ होता है,।।।उममम।।।
सच कहूं तो 'साथ' होता था। साप्ताहिक पर्व की तरह मनाया जाता था संडे। अब भी चाहें तो साथ मना सकते...
नींद से रिचार्ज होता है शरीर और दिमाग
नींद से रिचार्ज होता है शरीर और दिमाग
आज के इतने व्यस्त और थका देने वाले शेड्यूल में हम एक चीज को सबसे हल्के में लेते हैं और वह है हमारी नींद। हाल ही में...
बेटों की भी होती है विदाई…
बेटों की भी होती है विदाई... : यह एक कटु सत्य है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है और समाज ही उसका आधार है। बिना समाज के रहने की तो आम आदमी सोच भी...