Changing farming methods: तरीका बदला तो खेती से संवर गई किस्मत
तरीका बदला तो खेती से संवर गई किस्मत
युवा किसान हरबीर सिंह तैयार करता है सब्जियों की पौध, विदेशों में भी होती है डिमांड Changing farming methods
देश के कई किसान जहां खेती छोड़कर अन्य व्यवसाय...
सिवानी के यशपाल सिहाग ने दिखाई खेती को नई राह
देश की केंद्र व हरियाणा सरकारें चाहे किसानों की आमदनी 2022 तक दोगुना करने की दिशा में कार्य कर रही हों, लेकिन परम्परागत किसानी छोड़ आधुनिक खेती करने वालों के लिए माडर्न किसान सिवानी बोलान (हिसार) निवासी यशपाल सिहाग आधुनिक कृषि में रोल मॉडल साबित हो सकते हैं।
‘कीड़ाजड़ी’ से करोड़पति बनी ‘मशरूम गर्ल’
दिव्या का आइडिया कामयाब हुआ और काफी अच्छी मात्रा में मशरूम का उत्पादन हुआ। इससे उनका हौसला बढ़ा। दिव्या बताती हैं कि वो साल में तीन तरह का मशरूम उगाती हैं। 2018 में दिव्या ने एक टी रेस्टोरेंट खोला है जहां बेशकीमती औषधि ‘कीड़ाजड़ी’ से बनी चाय परोसी जाती है। इस रेस्टोरेंट में दो कप चाय की कीमत 1,000 रुपये है। लेकिन दिव्या के यहां पहुंचने का सफर दिलचस्प है। ( Mushroom girl )
तिलचट्टा | Cockroach
जिसकी अपनी दुनिया है
जी हां, कॉकरोच, जिसे आम बोलचाल की भाषा में तिलचट्टा और मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में कसारा कहा जाता है, सचमुच एक अद्भुत कीड़ा है और इसकी अपनी एक दुनिया...
mini israel: किसान खेमाराम चौधरी के प्रयास से गांव कुमानवतान बना मिनी इजरायल
mini israel खेमाराम अपनी खेती से सलाना एक करोड़ का टर्नओवर ले रहे हैं। जयपुर के इस मिनी इजरायल की चर्चा पूरे राज्य के साथ कई अन्य प्रदेशों और विदेश के भी कई हिस्सों...
Cockpit Technique: मिट्टी रहित कोकोपीट तकनीक से बंपर पैदावार ले रहा नंदलाल
Cockpit Technique मिट्टी रहित कोकोपीट तकनीक से बंपर पैदावार ले रहा नंदलाल
रे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे-मोती’, यह गाना अक्सर सुनने को मिलता है और देश की मिट्टी में ये कुशल किसान...
‘कुसुम’ योजना से खुशहाल होंगे किसान | Farmers will be happy with ‘Kusum’ scheme
कुषि आधारित भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए किसान का समृद्ध होना नितांत आवश्यक है। इसी उद्देश्यार्थ केंद्र सरकार ने किसान हित में बड़ा कदम उठाते हुए किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (कुसुम) Kusum Scheme...
अंजीर – बना सकती है अमीर | Fig Can Make You Rich
कृषि क्षेत्र में आधुनिक बदलाव का दौर देखने को मिल रहा है। परंपरागत खेती के साथ-साथ किसान आधुनिक खेती की
ओर भी आकर्षित होने लगे हैं। इसका एक ताजा उदाहरण देखने को मिला है गांव...
धन्न ओहना प्रेमियां दे…
धन्न ओहना प्रेमियां दे... कलियुग का यह समय अपने चर्म पर पहुंच रहा है। बुराइयों का जोर दिनों-दिन बढ़ रहा है। कहने-सुनने को बेशक दुनिया आधुनिक हो रही है मगर इस आधुनिकता की आड़...
सुखी रहे अन्नदाता
सम्पादकीय
सुखी रहे अन्नदाता
कृषि भारतीय अर्थ-व्यवस्था का मेरूदण्ड है। जहां एक ओर यह एक प्रमुख रोजगार प्रद्त क्षेत्र है, वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में भी इसका बहुत महत्वपूर्ण योगदान है।
देश की 60...