घर पर ही बनाएं कुछ स्वादिष्ट और हैल्दी | Make something delicious and healthy...
हम लोग बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ बाजार से खरीदते हैं, जो रूटीन में यूज होते हैं। बाजार से मिलने वाले डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ एक तरफ जहां अधिक महंगे होते हैं, वहीं स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सही नहीं होते।
खास मुश्किल नहीं है अच्छा पड़ोसी बनना | good neighbor
आमतौर पर यह माना जाता है कि अच्छे पड़ोसी पाना भाग्य की बात है। आज के भौतिकवादी युग में ऐसे बहुत कम लोग हैं जो अपने पड़ोसियों से नि:स्वार्थ भाव से मेल मिलाप रखना अपना फर्ज समझते हैं। महानगरों से लेकर गावों तक लोगों में आत्मकेंद्रित व एकाकी रहने की प्रवृत्ति बढ़ चली है।
रिश्तों को सुधारें , कुछ यूं मनाएं सुरक्षित दिवाली
परिवार और रिश्तेंदारों की अपेक्षा पड़ोसी ही हमारे सबसे नजदीक होते हैं। चाहने पर भी वो हमेशा हमारी मदद के लिए अक्सर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे समय पड़ोसी ही मदद के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में पड़ोसियों से अपने रिलेशन को अच्छा बना कर रखना बहुत जरूरी होता है
सिंगल मदर छोटे बच्चे की देखभाल कैसे करें
इत्यादि ऐसे किसी भी कारण से बच्चे को अकेले पालने की जिम्मेदारी मां पर आ सकती है। ऐसे में पहली दो स्थितियों में मां स्वयं मानसिक रूप से तनाव ग्रस्त होती है, उस पर मानसिक तनाव के साथ-साथ आर्थिक समस्या भी होती है कि अकेले छोटे बच्चे को कैसे पाल पोस कर संस्कारी बना सके।
बॉडी शेमिंग एन अनसॉलिसिटेड एडवाइज
बॉडी शेमिंग एन अनसॉलिसिटेड एडवाइज
‘अरे! तूने आजकल बड़ा वेट पुट आॅन कर लिया है। कुछ कर! यूं ही फूलती रही न, तो कोई शादी...
छोटा परिवार खुशियां बेशुमार | Small Family Happiness
छोटा परिवार खुशियां बेशुमार (Small Family Happiness)
जनसंख्या नियंत्रण:
ठोस कानून बनाने की जरूरत जिस गति से विश्व में जनसंख्या में वृद्धि हो रही है, उस...
पैरों के छालों को अनदेखा न करें
पैरों के छालों को अनदेखा न करें
गर्मियों में त्वचा का टैन होना, सनबर्न होना, पिंपल्स का बढ़ना यह साधारण त्वचा संबंधी समस्याएं हैं, उसमें...
सुखी रहे अन्नदाता
सम्पादकीय
सुखी रहे अन्नदाता
कृषि भारतीय अर्थ-व्यवस्था का मेरूदण्ड है। जहां एक ओर यह एक प्रमुख रोजगार प्रद्त क्षेत्र है, वहीं देश की सकल घरेलू उत्पाद...
वह नहीं सुनते आपकी…!
वह नहीं सुनते आपकी...! पत्नियों को यह शिकायत रहती है कि उनके पति बदल गए हैं। अब वे पहले जैसे नहीं रहे हैं। अब...
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
‘हमारा सतीश तो मानता ही नहीं है। रेखा के साथ बर्तन मंजवाता है। सब्जी कटवाता है।...