Dry Head Skin हममें से बहुत से लोग परेशान होते हैं बाल झड़ने, बालों में डैंड्रफ और बेजान बालों के कारण। इसका मुख्य कारण होता हैं ड्राई स्काल्प। ड्राई स्काल्प के कारण बाल बेजान और चमकहीन हो जाते हैं जो जल्दी झड़ते हैं और स्काल्प से मृत त्वचा के रूप में चकते गिरते रहते हैं। इसकी पहचान होती है सिर की त्वचा सफेद और पीले पैचेज से ढक जाती है जबकि सामान्य त्वचा लाल और ग्रीसी होती है। सफेद और पीली त्वचा के पैच अक्सर सिर से झड़ते रहते हैं, जिससे बाल चमकहीन हो जाते हैं।
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क्या है वजह
जब सिर की त्वचा पर सफेद पीले पैच जम जाते हैं तो बालों के छिद्र बंद हो जाते हैं। इससे न तो सिर की त्वचा सांस ले सकती है और सीबम भी निकलना कम हो जाता है जिससे सिर में रूखापन बढ़ जाता है और बालों में डैंड्रफ की समस्या भी बढ़ जाती है और धीरे-धीरे पूरे सिर में चकत्तों की समस्या बढ़ती जाती है। अधिक बढ़ने पर यह किसी भी इंफेक्शन में बदल जाती है। सिर में एक्जीमा तक इसके कारण हो सकता है।
ड्राई स्काल्प का एक कारण हार्मोंस में बदलाव भी है और बालों को अधिक धोना भी इसका कारण हो सकता है क्योंकि अधिकतर शैम्पू में कई कैमिकल्स होते हैं जो तेज भी होते हैं जिन
का प्रभाव बालों पर बुरा पड़Þता है। कई बार इसका कारण आॅयल ग्लैंड्स का सुचारू रूप से काम न करना भी है।
कई इलाकों का पानी खारा होता है जिससे शैम्पू का प्रभाव बालों पर कम होता है और शैंपू का बालों से निकलना भी मुश्किल रहता है। इससे भी स्काल्प ड्राई हो जाता है।
शैंपू और कंडीशनर का अधिक प्रयोग करने से भी बालों की प्राकृतिक नमी कम होती है और स्काल्प खुश्क होता है।
विभिन्न हेयर स्टाइल बनवाने से उन पर प्रयोग होने वाले प्रोडक्ट्स भी स्काल्प को ड्राई बनाते हैं क्योंकि उनमें स्ट्रांग कैमिकल्स होते हैं।
पौष्टिक आहार की कमी भी स्काल्प को ड्राई बनाती है क्योंकि सिबेशियस ग्लैंडस को सही काम करने के लिए अच्छी डाइट की आवश्यकता होती है। अधिक समय धूप में रहने से भी स्काल्प ड्राई होती है।
ड्राई स्काल्प का इलाज ऐसे करें
प्रदूषण और वातावरण के बदलाव को बदला नहीं जा सकता बस हम उचित पौष्टिक आहार और बालों पर सही प्रोड्क्टस का प्रयोग कर ड्राई स्काल्प को काफी हद तक बचाया जा सकता है।
- आयुर्वेदिक प्रोड्क्टस का प्रयोग किया जा सकता है।
- खाने में तिल, बींस, स्प्राउटस का नियमित सेवन किया जा सकता है।
- एलोवेरा का जैल स्काल्प में लगाया जा सकता है।
- आंवला प्रकृति की तरफ से हमें हेयर टॉनिक मिला हुआ है, इसका प्रयोग बालों और उसकी त्वचा पर कर सकते हैं।
कुछ केयर टिप्स
- बाल बहुत नाजुक होते हैं। इन पर स्ट्रांग कैमिकल्स का प्रयोग न करें। अधिक स्ट्रांग कैमिकल्स वाले प्रोड्क्टस प्रयोग करने से बाल टूटने लगते हैं।
- खुश्क बालों हेतु विशेष शैंपू का प्रयोग करें।
- स्काल्प को नमी देने के लिए कंडीशनर का प्रयोग हल्के हाथों से मसाज कर करें। ताकि फ्लेक्स न बनें। कंडीशनर को स्काल्प में ही लगाएं, बालों पर नहीं।
- बालों को अधिक न धोएं। इससे बालों के नेचुरल आॅयल खत्म होते हैं।
- बालों की चमक हेतु हेयर क्र ीम का प्रयोग भी कर सकते हैं।
- चौड़े दांतों वाली कंघी का प्रयोग करें।
- पौष्टिक आहार का नियमित सेवन करें। इसमें दालें, हरी सब्जियां, फल, दूध और स्प्राउटस लें।
- रात्रि में सोने से पूर्व बालों पर कंघी करके सोयें ताकि ब्लड सर्कुलेशन समुचित रहे और छिद्र खुलकर ठीक से सांस ले सकें।
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