बेटा! हम वो ही हैं जो बचपन में तुझे दिखे थे -सत्संगियों के अनुभव
बेटा! हम वो ही हैं जो बचपन में तुझे दिखे थे
-सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सेवादार जाफर अली...
मेरा सतगुरु ‘मोया राम’ नहीं, वो ‘जिंदाराम’ है
फरवरी 1960 में मेरी शादी हुई। जब शादी हुई तो मेरे पति बीमार थे। वह इतने बीमार थे कि कुछ खाते-पीते नहीं थे। हर कोई कहता था कि ये बचेंगे नहीं, चोला छोड़ेंगे। उन दिनों में बेपरवाह मस्ताना जी महाराज डेरा सच्चा सौदा रानियां में पधारे हुए थे।
हुण बालण दा कोई तोड़ा नहीं रहेगा -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी फरियाद सिंह इन्सां प्रीत नगर सरसा से बताता है कि सन् 1967 की बात...
पावन वचन ज्यों के त्यों पूरे हुए -सत्संगियों के अनुभव
पावन वचन ज्यों के त्यों पूरे हुए -सत्संगियों के अनुभव -पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रेमी देसराज इन्सां (कविराज) सुपुत्र सचखंडवासी प्रेमी...
हम आपके गांव में सत्संग करेंगे, पूरे लाम-लश्कर के साथ आएंगे। -सत्संगियों के अनुभव
‘हम आपके गांव में सत्संग करेंगे, पूरे लाम-लश्कर के साथ आएंगे। -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
बुजुर्ग प्रेमी मिस्त्री भंवरलाल...
तुम हमारे होओगे तो… -सत्संगियों के अनुभव
तुम हमारे होओगे तो... -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रेमी देस राज इन्सां निवासी शाह सतनाम जी नगर सरसा...
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
मैं...
उसको तो मालिक सचखण्ड ले गए…-सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार दया-मेहर
प्रेमी भरपूर सिंह इन्सां सुपुत्र श्री गुरबचन सिंह गांव जण्डवाला सिखान...
चल उठ भई! तुझे तो ड्यूटी पर टाईम से पहुंचना है
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम | सत्संगियों के अनुभव
मास्टर लीला कृष्ण उर्फ लीलाधर पुत्र श्री पुरुशोत्तम दास, नानक नगरी, मकान न.122, मोगा (पंजाब)। प्रेमी जी अपने पूजनीय सतगुरु परम संत शहनशाह मस्ताना जी महाराज के एक अलौकिक करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करता है:-
‘ये करेंगे तुम्हारी रक्षा! ये ही तुम्हारे वारिस हैं’ -सत्संगियों के अनुभव
‘ये करेंगे तुम्हारी रक्षा! ये ही तुम्हारे वारिस हैं’ -सत्संगियों के अनुभव पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने की अपार रहमत
प्रे्रमी मास्टर...