मानस जन्म का लाभ उठाना, नाम ध्याना, भूल ना जाना।-रूहानी सत्संग
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मानस जन्म का लाभ उठाना,
नाम ध्याना, भूल ना जाना।
सतगुरु की प्यारी साध-संगत जीओ,...
जिस काम लिए आए, वो काम क्यों भूल गए हो तुम। रूहानी सत्संग
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! मन रूपी मौसम का तो मिजाज...
मानस जन्म का फायदा, उठाता है कोई-कोई। फाही जन्म-मरण की, मुकाता है कोई-कोई।। रूहानी...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मानस जन्म का फायदा, उठाता है कोई-कोई। फाही जन्म-मरण की, मुकाता है कोई-कोई।।
मालिक...
संत जगत विच औंदे, है रूहां दी पुकार सुन के जी।। पावन भण्डारा :...
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! सबसे पहले जैसा कि आप जानते हैं यह महीना (नवम्बर) जो है सच्चे मुर्शिदे-कामिल शाह मस्ताना जी...
लारा लप्पा लारा मन लाई रखदा, बुरेयां कम्मां ‘च फसाई रखदा। दे कर झूठे...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा Spiritual Satsang Dera Sacha Sauda Sirsa
मालिक की साजी-नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ, जो...
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना। देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना।
देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥
मालिक...
इस जन्म का किया जाए ना ब्यान। सब जूनियों से जून ऊंची, मिली प्रधान।।...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
इस जन्म का किया जाए ना ब्यान। सब जूनियों से जून ऊंची, मिली...
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन है॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन...
लेते ही जन्म भूल गया जो वायदा किया है। बचपन में खेला खाया, फिर...
spiritual satsang रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
लेते ही जन्म भूल गया जो वायदा किया है।
बचपन में खेला...
Ruhani Satsang: कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे, कैसा बना अनजान, जैसे...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे, कैसा बना अनजान, जैसे नादान...