मीठी धुन हो रही, तू सुन भाई कन्न ला के…रूहानी सत्संग
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मीठी धुन हो रही, तू सुन भाई कन्न ला के...
मालिक की साजी नवाजी...
लारा लप्पा लारा मन लाई रखदा, बुरेयां कम्मां ‘च फसाई रखदा। दे कर झूठे...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा Spiritual Satsang Dera Sacha Sauda Sirsa
मालिक की साजी-नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ, जो...
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन है॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन...
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना। देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
अपने औगुण छड्ड किसे दे फोलीं ना।
देख पराया माल कदे वी डोलीं ना॥
मालिक...
Ruhani Satsang: जो नाम जपे घर जाए भाई, काल न उसको खाए भाई। जन्म...
जो नाम जपे घर जाए भाई, काल न उसको खाए भाई। जन्म सफल हो जाए भाई, नाम ध्याना, नाम ध्याना।
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह...
मानस जन्म का फायदा, उठाता है कोई-कोई। फाही जन्म-मरण की, मुकाता है कोई-कोई।। रूहानी...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
मानस जन्म का फायदा, उठाता है कोई-कोई। फाही जन्म-मरण की, मुकाता है कोई-कोई।।
मालिक...
सर्द मौसम में खिली रहमतों की गुलज़ार | धूमधाम से मनाया पावन एमएसजी अवतार...
सर्द मौसम में खिली रहमतों की गुलज़ार | धूमधाम से मनाया पावन एमएसजी अवतार दिवस भण्डारा
106वें पावन एमएसजी अवतार दिवस पर 106 लोगों...
संत जगत विच औंदे, है रूहां दी पुकार सुन के जी।। पावन भण्डारा :...
मालिक की साजी नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! सबसे पहले जैसा कि आप जानते हैं यह महीना (नवम्बर) जो है सच्चे मुर्शिदे-कामिल शाह मस्ताना जी...
जन्म मनुष्य का लिया, ओ तूने नाम प्रभु का ना लिया। ऐसे जन्म का...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
जन्म मनुष्य का लिया, ओ तूने नाम प्रभु का ना लिया।
ऐसे जन्म का...
Ruhani Satsang: कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे, कैसा बना अनजान, जैसे...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे, कैसा बना अनजान, जैसे नादान...