कन्यादान कर निभाया प्यारे पापा का फर्ज
कन्यादान कर निभाया प्यारे पापा का फर्ज
दो शाही बेटियों की हुई शादियां
शाही आसरा आश्रम के चार बेटों के विवाह की पूरी की रस्में
वो बेटियां, जिन्हें गर्भ में ही मार दिया जाना था...
जो नाम तुम्हें दिया है, इसका भजन करो …सत्संगियों के अनुभव
जो नाम तुम्हें दिया है, इसका भजन करो ...सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
श्री राम इन्सां उर्फ सूबेदार पुत्र स. कृपाल सिंह गांव घूकांवाली जिला सरसा से अपने सतगुरु पूज्य...
तू मरता नहीं, तेरे से सेवा लेनी है’ -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम -सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी श्री रामशरन खाजांची सरसा शहर से बेपरवाह मस्ताना जी महाराज के निराले करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करते हैं:-
सन् 1958 की बात है।...
प्यारी साध-संगत जीओ! हमने आपको दस चिट्ठियां लिखी…
प्यारी साध-संगत जीओ! हमने आपको दस चिट्ठियां लिखी...
आॅनलाईन गुरुकुल के माध्यम से फरमाए अनमोल वचन
शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा(उत्तर प्रदेश) में प्रवास के दौरान पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी...
12 वर्ष बाद सच हुए रूहानी वचन -सत्संगियों के अनुभव
12 वर्ष बाद सच हुए रूहानी वचन -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रेमी दलीप सिंह पुत्र श्री दम्मन सिंह मस्तान नगर मलोट जिला श्री मुक्तसर साहिब से पूजनीय बेपरवाह...
संत भाग जगाने आए हैं…
संपादकीय
संत भाग जगाने आए हैं...
गुरु-संत महापुरुषों का सृष्टि पर शुभ आगमन मानवता, इन्सानियत, सृष्टि व समाज के भले के लिए होता है। ‘संत न आते जगत में तो जल मरता संसार।’ संत समस्त जीव-सृष्टि...
बेटा, अभी बहुत सेवा लेनी है
सत्संगियों के अनुभव सच्चे सतगुरु पूज्य परमपिता जी का रहमो-करम ... बेटा, अभी बहुत सेवा लेनी है
प्रेमी सुखतेज सिंह सुपुत्र वैद्य आत्मा सिंह जी (डेरा सच्चा सौदा में सत् ब्रह्मचारी सेवादार रहते हुए वैद्य...
‘‘बेटा! सरसे तों तैनूं नाम मिल जावेगा…’’ सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी प्रगट सिंह पुत्र सचखंड वासी नायब सिंह गांव नटार जिला सरसा(हरियाणा)
सन् 1967 की बात है। हम दोनों बहन-भाई होस्टल में पढ़ते थे। हमें स्कूल...
संपन्नता दुश्मन है स्वास्थ्य की
संपन्नता दुश्मन है स्वास्थ्य की
संपन्न समाज वह वर्ग है जिसके पास वह सब कुछ है जो मनुष्य के लिए मुमकिन है। उसको क्या चाहिए। जरूरत क्या है उसकी? वह समझौता कर रहा है, हर...
दर-दर की ठोकरें खाने से बचा लिया | Saved From Stumble Rate
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी चरण दास इन्सां पुत्र श्री गंगा सिंह गांव ढण्डी कदीम तह. जलालाबाद जिला फाजिल्का प्रेमी जी प्यारे सतगुरु जी के एक अद्भुत करिश्में...