यही जिंदगी है, यही बंदगी है बता रही हैं दीवारें ये…
यही जिंदगी है, यही बंदगी है बता रही हैं दीवारें ये... MSG Dera Sacha Sauda
रक्तदान, स्वच्छता, नशा मुक्ति, पर्यावरण संरक्षण के प्रति एमएसजी मानवता भलाई केंद्र डेरा सच्चा सौदा की दीवारें करा रही जिम्मेदारी...
Success Tips: कामयाबी के लिए हो दमदार आइडिया
कामयाबी के लिए हो दमदार आइडिया Success Tips
आॅनलाइन बाजार की दुनिया भी बहुत बड़ी है। कम लागत में यहां बहुत कुछ किया जा सकता है। बस जरूरत है एक अलग सोच और नजरिये की।...
बख्शिशें जो गिनाई नहीं जा सकती -सत्संगियों के अनुभव
बख्शिशें जो गिनाई नहीं जा सकती -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
सूबेदार बलबीर सिंह इन्सां सुपुत्र श्री अर्जुन सिंह जी गांव मुन्ना माजरा, जिला...
वचन ज्यों के त्यों पूरे किए -सत्संगियों के अनुभव
वचन ज्यों के त्यों पूरे किए -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
प्रेमी हंसराज इन्सां पुत्र सचखंडवासी श्री चौधरी राम गांव कोटली, सरसा से पूजनीय बेपरवाह शाह मस्ताना जी महाराज के...
वो बिना तारों के टेलीफोन सुनता है -सत्संगियों के अनुभव
वो बिना तारों के टेलीफोन सुनता है -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने की अपार रहमत
बहन प्यारी इन्सां उर्फ राम प्यारी इन्सां पत्नी सचखंडवासी दिवान चंद जी इन्सां कीर्ति नगर...
वॉकिंग करते समय रखें ध्यान
वॉकिंग करते समय रखें ध्यान - यह सर्वविदित है कि वॉकिंग मानव शरीर के लिए नितांत आवश्यक है। सूर्योदय के समय वॉक करने से जहां मन को एक असीम शांति मिलती है, वहीं काम,...
आखिर पश्चाताप ही है अकारण क्रोध का परिणाम
आखिर पश्चाताप ही है अकारण क्रोध का परिणाम - मनुष्य जब क्र ोध में हो तब उस समय उसे कोई अहम फैसला नहीं लेना चाहिए। कहते हैं कि क्र ोध अन्धा होता है। वह...
संभालकर रखें अपने महंगे ड्रेस
संभालकर रखें अपने महंगे ड्रेस
कुछ महिलाओं की आदत होती है कि कहीं बाहर से आने पर वे अपने अच्छे कपड़ों को उतार कर अलमारी में यूं ही ठूंस देती हैं। उन्हें तह कर रखने...
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
अपनी जड़ों से जुड़े रहिए
मनुष्य अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में विश्व के किसी भी देश में रहे परन्तु उसे उसके संस्कार अपनी जड़ों से दूरी नहीं बनाने देते। उनके संस्कार, उनकी सांस्कृतिक विरासत उसे...
दूसरों के कष्ट में सहृदयता का भाव रखें
दूसरों के कष्ट में सहृदयता का भाव रखें
दूसरे के कष्ट का मनुष्य को तभी ज्ञान होता है जब तक वह स्वयं उसका स्वाद नहीं चख लेता। अपनी परेशानियों से मनुष्य बहुत ही दुखी होता...