‘यहां आला डेरा बनाएंगे, दूर-दूर से संगत आया करेगी…’ डेरा सचखंड धाम, फेफाना
‘यहां आला डेरा बनाएंगे, दूर-दूर से संगत आया करेगी...’ डेरा सचखंड धाम, फेफाना
2 प्रदेशों की सीमाओं को जोड़ने वाला फेफाना गांव लोगों में भाईचारे एवं सौहार्द का संदेश भी बखूबी संचारित कर रहा है।...
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन है॥...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
बिगड़ी बनाने वाला गुरु बिना कौन है। दुखड़े मिटाने वाला गुरु बिन कौन है॥
मालिक की साजी-नवाजी प्यारी साध-संगत जीओ! आज जो आपकी सेवा...
कार्यालय में काम करने के दौरान
एक निजी स्कूल में अध्यापिका का काम करने वाली फाल्गुनी अक्सर अपनी बेढंगी वेशभूषा और बातूनीपन की वजह से अपने छात्र-छात्रओं और सहकर्मियों के बीच मजाक का विषय बन जाती है।
सतगुरु जी की रहमत से ही पुत्र की दात प्राप्त हुई -सत्संगियों के अनुभव
सतगुरु जी की रहमत से ही पुत्र की दात प्राप्त हुई -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का रहमो-करम
प्रेमी रण सिंह इन्सां सुपुत्र श्री राम लाल इन्सां...
वास्तविक प्रसन्नता
वास्तविक प्रसन्नता
इसमें संदेह नहीं कि आर्थिक समृद्धि व भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति से भी हमें ख़ुशी मिलती है लेकिन उसकी एक सीमा है। प्रसन्नता का उत्कर्ष तो जीवन प्रवाह के संघर्ष में है। यात्रा...
कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे, कैसा बना अनजान, जैसे नादान है...
रूहानी सत्संग: पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी धाम, डेरा सच्चा सौदा सरसा
कुछ भी ना सोचे, कुछ भी ना समझे,
कैसा बना अनजान, जैसे नादान है जी।
जो भी साध-संगत अपने कीमती समय में से समय निकालकर,...
बेटा। तूं उहनां अफसरां नूं मिलके आऊणा सी।..
परम पूजनीय परमपिता शाह सतनाम जी महाराज की अपार रहमत
बेटा। तूं उहनां अफसरां नूं मिलके आऊणा सी। Son.. You are an unhappy officer..
उहनां तैनूं इहों आखणा सी कि तू अपने आप नूं सलैक्ट समझीं।
बहन...
चल उठ भई! तुझे तो ड्यूटी पर टाईम से पहुंचना है
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम | सत्संगियों के अनुभव
मास्टर लीला कृष्ण उर्फ लीलाधर पुत्र श्री पुरुशोत्तम दास, नानक नगरी, मकान न.122, मोगा (पंजाब)। प्रेमी जी अपने पूजनीय सतगुरु परम संत शहनशाह मस्ताना जी महाराज के एक अलौकिक करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करता है:-
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
असंभव को संभव कर दिया, मुर्दे में जान डाली -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
मैं बलजिंदर कुमार उर्फ सोनू पुत्र श्री ज्ञान चंद, गांव व...
दुनियादारी में खोकर भगवान को मत भूलो
दुनियादारी में खोकर भगवान को मत भूलो
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि दुनिया के प्यार की शुरुआत स्वार्थ से होती है। दुनियादारी में लोग खो जाते हैं...