Blood Donation Camp -Paramarthi Day

परमार्थी दिवस के रूप में दी श्रद्धांजलि, लगाया रक्तदान शिविर

डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पूजनीय पिता बापू नम्बरदार मग्घर सिंह जी की पावन स्मृति (5 अक्तूबर) मनाती है और साध-संगत ने इस बार भी यह दिवस परमार्थी दिवस के रूप में मनाया। 6 अक्तूबर 2024 को शाह सतनाम जी स्पैशलिटी अस्पताल सरसा स्थित बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड सेंटर में रक्तदान शिविर लगाया गया, जिसका शुभारंभ पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आॅनलाइन रिबन जोड़कर किया।

इस दौरान पूज्य गुरु जी ने रक्तदान करने पहुंचे सेवादारों, अस्पताल व ब्लड सेंटर के चिकित्सकों व स्टाफ सदस्यों को अपने पावन आशीर्वाद से निहाल किया। उधर शिविर में रक्तदान को लेकर रक्तदानियों में खासा उत्साह देखने को मिला। ब्लड बैंक के बाहर दिनभर रक्तदान करने वालों की लंबी-लंबी लाइनें लगी रही। खास बात यह भी रही कि रक्तदानी महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई। सभी रक्तदाताओं को ब्लड सेंटर की ओर से रिफ्रेशमेंट, मेडल व प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।

रक्तदानियों का उत्साह रहा प्रशंसनीय Blood Donation Camp -Paramarthi Day

शिविर में पहुंचे श्री मुक्तसर साहिब (पंजाब) निवासी 40 वर्षीय कुलदीप सिंह इन्सां ने 92 वीं बार रक्तदान किया। उसने बताया कि वर्ष 2004 में श्री गुरुसर मोडिया में पूज्य बापू जी की याद में आयोजित पहले रक्तदान शिविर में पहली बार रक्तदान किया था। पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए उसके पश्चात हर तीन महीने बाद रक्तदान करता आ रहा है। उसने आमजन से आह्वान किया कि रक्तदान जरूर करें, रक्तदान करने से शरीर में कोई कमी नहीं आती, बल्कि शरीर पहले से तंदुरुस्त होता है।

वहीं फतेहाबाद से नवविवाहित दंपति दीक्षा इन्सां व हर्ष इन्सां शिविर में रक्तदान करने पहुंचे और उन्होंने कहा कि वह रक्तदान करके काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पूज्य गुरु जी ने हमें सिखाया है कि समय-समय पर रक्तदान करने के अलावा जरूरतमंद लोगों की मदद भी करते रहना चाहिए।

ब्लॉक मूनक (पंजाब) निवासी रीतू इन्सां ने इस दौरान तीसरी बार रक्तदान किया। उसने बताया कि रक्तदान करने से पहले उसका रक्त बहुत कम रहता था। लेकिन जब से उसने पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए रक्तदान किया है, तो उसके शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ने लगी है। रक्तदान करके उसे बहुत खुशी हो रही है। इधर ब्लॉक कल्याण नगर सरसा निवासी रमेश इन्सां ने 71 वीं बार रक्तदान करते हुए बताया कि उसने पहली बार 2002 में रक्तदान किया था। उसके बाद से वह लगातार रक्तदान कर रहा है। रमेश इन्सां ने बताया कि पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए डेंगू के सीजन में 10 बार उन्होंने मरीजों के लिए सिंगल डोनर प्लेटलेट्स यानी एसडीपी भी डोनेट किए हैं।

गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज है रक्तदान शिविर Blood Donation camp -Paramarthi Day

गौरतलब है कि पूज्य बापू नम्बरदार मग्घर सिंह जी 5 अक्टूबर 2004 को समाज कल्याण के अनेक कार्य करते हुए सचखंड जा विराजे थे। डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत उनकी पुण्यतिथि को हर साल परमार्थी दिवस के रूप में मानवता भलाई के अनेक कार्य कर मनाती है। साध-संगत इस दिन रक्तदान शिविर भी लगाती है, जिसमें अब तक लाखों यूनिट रक्तदान हो चुका है। बापू जी की याद में 10 अक्टूबर 2004 को पूज्य गुरु जी की पावन जन्मस्थली श्री गुरुसर मोडिया में विशाल रक्तदान शिविर लगाया गया था, जिसमें 17921 यूनिट रक्तदान हुआ था, जोकि गिनीज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड व लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में दर्ज है।

पावन स्मृति: पूज्य बापू नम्बरदार मग्घर सिंह जी को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत ने किया नमन

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