हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है
हमने तो नाली (घग्गर) देखने जाना है। नहीं, अभी जाना है: सत्संगियों के अनुभव
- पूज्य डॉ. एमएसजी (हजूर पिता जी) का रहमो-करम
प्रेमी सम्पूर्ण सिंह इन्सां एडवोकेट सुपुत्र स. प्रीतम सिंह जी गांव अमरपुरा राठान...
बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं
... बेटा, घबराना नहीं, हम तेरे साथ हैं :- पूज्य हजूर पिता डॉ. एमएसजी की रहमत
प्रेमी जगदीश राय इन्सां सुपुत्र सचखंडवासी श्री शाम लाल मानसा शहर, जिला मानसा (पंजाब) से सतगुरु की रहमत का...
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
सत्संगियों के अनुभव : पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सुमिरन के लिए अलसुबह आकर उठाते प्यारे मुर्शिद
प्रेमी राम गोपाल इन्सां पुत्र सचखण्डवासी कृष्ण चन्द रिटायर्ड एस.ई. सिंचाई विभाग (हरियाणा) निवासी शाह सतनाम जी नगर सरसा ने अपने जीवन से जुड़ी अनमोल यादों एवं सतगुरु की रहमत का इस प्रकार बखान करते हुए बताया कि सन् 1990 की बात है। उस समय हम सपरिवार भाखड़ा ब्यास मैनेजमैंट बोर्ड की कालोनी हिसार में रहते थे।
सतगुरु जी ने अपने शिष्यों की मांग पूरी की
सन 1952 की बात है कि मेरे गांव के कुछ सत्संगी भाइयों ने डेरा सच्चा सौदा सरसा में पहुँच कर बेपरवाह मस्ताना जी के चरण-कमलों में विनती की कि शहनशाह जी हमारे गांव में सत्संग करो जी। बेपरवाह जी ने उनकी विनती मंजूर कर ली।
यह रुपए हराम के थोड़े ही हैं
सत्संगियों के अनुभव :- पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी महाराज ने करवाई सोझी
‘‘ यह रुपए हराम के थोड़े ही हैं ’’
तू गरीब आदमी है, यह सौ रुपया तू अपने घर काम में प्रयोग कर लेना।...
जो पीठ पीछे से भी दर्शन कर लेगा, नरकों में नहीं जाएगा
एक बार पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज किसी गाँव में सत्संग फरमाने गए हुए थे। उस गाँव में एक परिवार का एक व्यक्ति अत्याधिक शराबी-कबाबी व दुराचारी था।
सतगुरु अपनी रूह को स्वयं लेने आता है
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
सतगुरु अपनी रूह को स्वयं लेने आता है Satguru comes to take his soul by himself
सत्संगियों के अनुभव
बहन बलजीत कौर इन्सां पुत्री सचखण्डवासी नायब सिंह...
सतगुरु जी की रहमत से घुटने की चपनी ठीक हुई
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
सत्संगियों के अनुभव
प्रेमी सुखदेव सिंह इन्सां पुत्र श्री सुरजीत सिंह गांव भंगचिड़ी तहसील व जिला मुक्तसर साहिब (पंजाब)।
20 सितम्बर 2005 की...
हम आपके गांव में सत्संग करेंगे, पूरे लाम-लश्कर के साथ आएंगे। -सत्संगियों के अनुभव
‘हम आपके गांव में सत्संग करेंगे, पूरे लाम-लश्कर के साथ आएंगे। -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
बुजुर्ग प्रेमी मिस्त्री भंवरलाल इन्सां जिनका पिछला गांव रामगढ़ सेठांवाला जिला सीकर (राजस्थान) में...
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो
समय पर चलते नहीं, फिर नारे लगाते हो :
सत्संगियों के अनुभव पूजनीय बेपरवाह मस्ताना जी की रहमत....
ज्ञानी करतार सिंह जी लाट साहब, गांव रामपुरथेड़ी डेरा सच्चा सौदा हरद्वार धाम जिला सरसा। लाट साहिब ने...