दूसरों की सुविधा का ख्याल रखें
दूसरों की सुविधा का ख्याल रखें ( Take Care of others )
हमारे समाज में कई लोगों को दूसरों को परेशान करने की बहुत बुरी आदत होती है।
वे सिर्फ अपनी ही सुविधा का ख्याल रखते...
ईश्वर का रूप है पिता -फादर्स-डे (19 जून) पर विशेष
ईश्वर का रूप है पिता -फादर्स-डे (19 जून) पर विशेष
वैसे तो हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता का स्थान पहले ही सर्वोच्च रहा है, किन्तु आजकल वैश्वीकरण के प्रभाव में हम विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय दिवसों को...
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
पति काम करें तो औरतें ही देती हैं ताना
‘हमारा सतीश तो मानता ही नहीं है। रेखा के साथ बर्तन मंजवाता है। सब्जी कटवाता है। झाडू-पोंछा भी कर देता है। मैं तो उसे खूब टोकती...
कैसे बनें अच्छे पिता -फादर्स-डे विशेष (20 जून)
कैसे बनें अच्छे पिता -फादर्स-डे विशेष (20 जून)
एक अच्छा पिता बनना कोई आसान बात नहीं है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपके बच्चे की उम्र क्या है या आपके कितने बच्चें हैं, आप...
टर्म इंश्योरेंस: परिवार का रोटी, कपड़ा और मकान रहेगा हमेशा सुरक्षित
टर्म इंश्योरेंस: परिवार का रोटी, कपड़ा और मकान रहेगा हमेशा सुरक्षित Term Insurance: The bread, clothes and house of the family will always be safe
आज के समय में इंश्योरेंस घर-घर में गूंजने वाला नाम...
कैसे करें बच्चों से बातचीत?
कैसे करें बच्चों से बातचीत?
बातचीत करना भावनाओं की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है। इसके जरिये अंतर्मन की इच्छाओं का पता चलता है। खासतौर पर जब बच्चे बातचीत करते हैं तो एक तरफ उनकी...
इंश्योरेंस सेक्टर: प्रोफेशनल्स की बढ़ रही मांग
इंश्योरेंस सेक्टर: प्रोफेशनल्स की बढ़ रही मांग
इंश्योरेंस इंडस्ट्री एक ऐसी इंडस्ट्री है जो पिछले कुछ सालों से लगातार तेजी से विस्तार कर रही है, जिसके चलते प्रोफेशनल्स की डिमांड काफी बढ़ गया है।
यदि आप...
जब सहेली बन जाए पड़ोसिन
जब सहेली बन जाए पड़ोसिन
प्राय: देखने में आता है कि पूर्व परिचित महिलाएं आपस में जब पड़ोसिन बन जाती हैं तो प्रारंभ में उनमें काफी मित्रता होती है लेकिन धीरे-धीरे उनमें आपस में मनमुटाव...
बहुत जरूरी है बच्चों के साथ मिल-बैठना
बहुत जरूरी है बच्चों के साथ मिल-बैठना
आज के इस भाग-दौड़ वाले युग में जी रहे हर व्यक्ति की जिÞन्दगी इतनी व्यस्त सी हो गई है कि पहले व्यक्ति जहां फुर्सत के क्षणों में अपने...
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चे मां बाप की ‘आंख के तारे‘ होते हैं। बच्चों से, ‘घर घर लगता है‘, ‘बच्चे मां बाप के कलेजे का टुकड़ा होते हैं। ये सब कहावतें बहुत सच्ची हैं।
इनमें...
घरेलू झगड़े से न बिखरें घर-परिवार
घरेलू झगड़े से न बिखरें घर-परिवार
झगड़ा शब्द उतना ही पुराना है जितना इस धरती पर मानव-जीवन। घरों में लड़ाई-झगड़ा होना कोई नई बात नहीं है। यह तो युगों-युगों से होता आ रहा है। घरेलू...
रिश्तों को सहेज कर रखें
रिश्तों को सहेज कर रखें
रिश्तों के महत्व के विषय में हम बहुत कुछ लिखते, पढ़ते और सुनते हैं। इंसान अपने रिश्तेदारों और भाई-बन्धुओं से ही सुशोभित होता है।
छोटी-मोटी बातें होती रहती हैं पर रिश्तों...
हैल्दी मैरिड लाइफ के सीक्रेट्स
आज की फास्ट लाइफ का प्रभाव जिंदगी और रिश्तों पर कुछ ऐसा पड़ा है कि पूरा माहौल ही बदल गया है। लोगों की सोच बदल गई है। सिंसियरिटी भी अब कम ही देखने को मिलती है। सब को अपनी ही पड़ी रहती है। ऐसे में क्या आश्चर्य कि शादी जैसा अहम रिश्ता भी अब स्वार्थ के आगे उतना अहम नहीं रह गया।
भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम का पर्व: रक्षाबंधन
भाई-बहन के प्रगाढ़ प्रेम का पर्व: रक्षाबंधन
रिश्ते तो कई होते हैं दुनिया में लेकिन एक रिश्ता बहुत ही खास होता है। ये रिश्ता है भाई और बहन का। भाई और बहन चाहे कितनी ही...