बेटा! दो महीने दे अन्दर अन्दर तुहाडी बदली हो जावेगी। -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज की अपार रहमत
बहन सन्तोष कुमारी इन्सां पत्नी प्रेमी राम गोपाल इन्सां, आदमपुर मंडी, जिला हिसार से परम पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार...
बेटा! दस साल के लिए तेरे पास हैं तेरे पापा। -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां का रहमो-करम
मैं कमलजीत कौर इन्सां (सुजान बहन) पत्नी दवेन्द्र सिंह ब्लाक मोहाली, जिला साहिबजादा अजीत सिंह नगर, मोहाली (पंजाब) सतगुरु द्वारा किए हुए...
लो पुट्टर, तेरे को नूरी बॉडी का पहना हुआ कोट देते हैं…-सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सेवादार दादू पंजाबी डेरा सच्चा सौदा सरसा से शहनशाह मस्ताना जी महाराज के एक अनोखे करिश्मे का इस प्रकार वर्णन करता है:-
करीब 1957 की बात है डेरा...
उसको तो मालिक सचखण्ड ले गए…-सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार दया-मेहर
प्रेमी भरपूर सिंह इन्सां सुपुत्र श्री गुरबचन सिंह गांव जण्डवाला सिखान ब्लाक संगरिया जिला हनुमानगढ़ (राज.) आंखों देखे एक अद्भुत करिश्मे...
प्रेम की तलवार सब को देती जोड़ जी
पूज्य हजूर पिता जी के पवित्र वचनों पर आधारित शिक्षादायक सत्य प्रमाण
पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने फरताते हैं कि बेशक जुबान का फट (कड़वे वचनों के घाव)...
‘12वें महीने दी तेरां तरीक दिन शुक्रवार दोपहर दे साढ़े बारां वजे।’ सत्संगियों के...
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी साधु सिंह इन्सां पुत्र श्री मट्ठू सिंह गांव मसीतां जिला सरसा(हरियाणा) पूजनीय परम पिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज के एक अनोखे अलौकिक करिश्मे...
न होने वाला कार्य सतगुरु के प्रशाद से हां में बदला -सत्संगियों के अनुभव
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
प्रेमी किरणपाल इन्सां पुत्र रामदिया इन्सां गांव बात्ता तहसील कलायत जिला कैथल से परम पूजनीय हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम...
जब परछाई साथ रहती है, उसी प्रकार भगवान भी साथ रहता है -सत्संगियों के...
पूजनीय सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का रहमो-करम
सन् 1957 की बात है। प्रेमी रामशरण खजांची ने बताया कि बेपरवाह मस्ताना जी महाराज भिवानी में ठहरे हुए थे। वहां हर रोज मजजिस और कभी रूहानी...
हुण बालण दा कोई तोड़ा नहीं रहेगा -सत्संगियों के अनुभव
पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज की अपार रहमत
प्रेमी फरियाद सिंह इन्सां प्रीत नगर सरसा से बताता है कि सन् 1967 की बात है। उस समय आश्रम (डेरा सच्चा सौदा दरबार) में बालण...
बेटा! अपने पति का आधार कार्ड लेके जाना।-सत्संगियों के अनुभव
‘बेटा! अपने पति का आधार कार्ड लेके जाना।’
पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की अपार रहमत
सत्संगियों के अनुभव
बहन परमजीत कौर इन्सां पत्नी प्रेमी जगराज सिंह इन्सां सुपुत्र बलदेव सिंह...