नवजात शिशु की संभाल और सावधानियां
नवजात शिशु की संभाल और सावधानियां
बच्चों को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए छोटी-छोटी बातों पर ध्यान देकर उन्हें हर मुसीबत से बचाया जा सकता है। खासकर उनकी मालिश और नहलाने को लेकर कई...
अपने पिता को दें खास उपहार
फादर्स डे (18 जून) अपने पिता को दें खास उपहार
वह भले ही मां की तरह आपकी पहली शिक्षिका न हों, लेकिन जिंदगी के बहुत से जरूरी सबक आपको सिखाया है। भले ही वह आपसे...
मेहमानों से शिष्टाचार निभाएं
मेहमानों से शिष्टाचार निभाएं
शिष्टाचार जीवन के लिए एक निहायत जरूरी चीज है। इसके अभाव में उत्तम समाज, आदर्श परिवार तथा सफल और संतुलित जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है।
यह अधिकार और कर्तव्य...
ईश्वर का रूप है पिता -फादर्स-डे (19 जून) पर विशेष
ईश्वर का रूप है पिता -फादर्स-डे (19 जून) पर विशेष
वैसे तो हमारी भारतीय संस्कृति में माता-पिता का स्थान पहले ही सर्वोच्च रहा है, किन्तु आजकल वैश्वीकरण के प्रभाव में हम विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय दिवसों को...
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चों को संवारिए सलीके से
बच्चे मां बाप की ‘आंख के तारे‘ होते हैं। बच्चों से, ‘घर घर लगता है‘, ‘बच्चे मां बाप के कलेजे का टुकड़ा होते हैं। ये सब कहावतें बहुत सच्ची हैं।
इनमें...
रिश्तों को सुधारें , कुछ यूं मनाएं सुरक्षित दिवाली
परिवार और रिश्तेंदारों की अपेक्षा पड़ोसी ही हमारे सबसे नजदीक होते हैं। चाहने पर भी वो हमेशा हमारी मदद के लिए अक्सर नहीं पहुंच पाते हैं। ऐसे समय पड़ोसी ही मदद के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में पड़ोसियों से अपने रिलेशन को अच्छा बना कर रखना बहुत जरूरी होता है
बच्चों को फास्ट फूड नहीं, दूध-घी खिलाएं
बच्चों को फास्ट फूड नहीं, दूध-घी खिलाएं
बचपन में मिला उचित पोषण न केवल आपके शरीर को तंदरूस्त बनाता है बल्कि आपके शरीर की लंबाई और बनावट को भी तय करता है। इसमें कोई दो-राय...
थैंक यू – कब और कैसे
थैंक यू, सॉरी ये शब्द ऐसे हैं कि आम भाषा में इनका प्रयोग अधिकतर सभी करने लगे हैं। बड़े से छोटे तक ‘थैंक यू’ कई अवसरों पर हम बोलते हैं लेकिन इसे कहने का...
यूं आसान होगी टीन एज की मुश्किलें
यूं आसान होगी टीन एज की मुश्किलें
टीनएज में बढ़ती समस्याएं माता पिता को भी परेशनी में डाल देती हैं और टीन एज बच्चों को भी।
बहुत बार टीनएजर अपनी परेशनियां अपने माता पिता तक ठीक...
बच्चों को दें सफाई के संस्कार
बच्चों को दें सफाई के संस्कार
प्रत्येक अभिभावक के लिए बच्चे को उसके कमरे व सामानों की साफ-सफाई से जुड़े कार्यों को सिखाना सबसे चुनौती भरा काम होता है। यह आदत न सिर्फ घर में...
अगर पत्नी कमाती है पति से ज्यादा
आधुनिक युग में लड़कियां भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। वे किसी से कम नहीं रहना चाहती। चाहे क्षेत्र नौकरी का हो, खेलों का या बिजनेस का, वे हर क्षेत्र में अपना...
‘दूसरी मां’ होती है ‘बेटी’
एक गर्भवती स्त्री ने अपने पति से कहा, ‘‘आप क्या आशा करते हैं, लड़का होगा या लड़की?’’
इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा कि वो कहां है, क्योंकि बेटियाँ परी होती हैं, जो सदा बिना शर्त के प्यार और देखभाल के लिए जन्म लेती हैं। बेटियां सबके मुकद्दर में कहाँ होती हैं, जो घर ईश्वर को पसंद हो, वहां ही बेटी होती है।
सुखी जीवन के लिए क्रियाशील बनें
सुखी जीवन के लिए क्रियाशील बनें Be active for a happy life
जो लोग किसी न किसी काम में अपने शरीर और मन को लगा सकते हैं, वे जीवन खुशी-खुशी व्यतीत करते हैं। इसके विपरीत...
बच्चे के गुस्से को बढ़ने न दें
गुस्सा कभी भी किसी को भी किसी उम्र में आना आम बात है। बच्चे हों, बड़े या बूढ़े, गुस्सा हर आयु में नुकसान पहुंचाता है। अगर बच्चों को बचपन से उनके गुस्से पर काबू...