लावारिसों के वारिस – रवि कालरा
unclaimed न तो उसका किसी से कोई खून का रिश्ता-नाता है, न ही किसी से जान-पहचान। फिर भी वह ऐसा काम करता है जिसे करने में अपने भी शायद पीछे हट जायें।
अतुलनीय परोपकार
सतगुरु जी के परोपकार गिनाए नहीं जा सकते। प्यारे सतगुरु परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज का पूरा जीवन परोपकारों की मिसाल है।
समाज व इन्सानियत की भलाई के लिए आप जी बचपन से लेकर...
कुछ बातें बताना भी जरूरी हैं
कुछ बातें बताना भी जरूरी हैं
पड़ोस में शर्मा साहिब की हृदयाघात से अचानक मृत्यु हुई। बेटे-बेटी तथा अन्य रिश्तेदारों को सूचित करने हेतु श्रीमती शर्मा से उनके फोन नम्बर मांगे तो यह सुन कर...
सच्ची सेवा में ही निहित हैं उपचार के तत्व भी
सेवाभाव अर्थात् दूसरों की सेवा करने का जबा कमोबेश हर व्यक्ति में होता है। प्राय: हर व्यक्ति, चाहे वह किसी भी पेशे या व्यवसाय से जुड़ा हो, गÞरीब हो अथवा अमीर, मुक्तहस्त हो या...
त्यौहार की सार्थकता को बनाएं रखें – संपादकीय | Keep the importance of festival...
त्यौहार की सार्थकता को बनाएं रखें - संपादकीय (Keep the importance of festival - Editorial )
हर त्यौहार अपनी-अपनी सभ्यता व संस्कृति को संजोये हुए हैं। इस माह में त्यौहारी सीजन शुरू हो जाएगा। आस्था...
रूहानियत की जिंदा मिसाल थे पूज्य बापू नम्बरदार सरदार मग्घर सिंह जी
मालिक ही जानता है जो हम तुम्हारे घर आए हैं। तुम्हारा प्यार-मुहब्बत उस परम पिता परमात्मा से है, इसलिए उन्होंने आप को चुना है।’ एक दिन जब परम पूजनीय बापू जी (नम्बरदार सरदार मग्घर...
ईको-फ्रेंडली थीम पर होगी शानदार डेकोरेशन
Eco Friendly Decoration: दीपावली के शुभ अवसर पर हर कोई नए कपड़े पहनकर तैयार होना चाहता है लेकिन घर का क्या। खुद की तरह घर को भी सजाना-संवारना उतना ही जरूरी है। यूं तो...
दूसरे कार्यकाल की पहली यात्रा एससीओ शिखर सम्मेलन में पहुंचे प्रधानमंत्री मोदी
शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) का शिखर सम्मेलन इस बार किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में संपन्न हुआ। बैठक में सदस्य देशों के बीच ऊर्जा और आंतकवाद को लेकर सहमती बनी। 13-14 जून को आयोजित एससीओ...
कोटि-कोटि नमन है “गुरु-माँ” तुझे
गुरु-माँ डे (9 अगस्त) पूजनीय माता नसीब कौर जी इन्सां के 85वें जन्म दिन पर विशेष कोटि-कोटि नमन है ‘गुरु-माँ’ तुझे
गुरु-माँ वाक्य ही तू महान है।
यह वाक्य ही सच है कि तुझे महापुरुषों ने...
इनसे दूर ही भले
इनसे दूर ही भले
बुरी संगत का असर बुरा ही होगा। इसलिए जिंदगी में कुछ लोगों और चीजों से दूरी बनाये रखने में ही भलाई है। विशेषज्ञ मानते हैं कि पास मौजूद कोई चीज तनाव...
लोकतंत्र का उत्सव
लोकतंत्र का उत्सव देश में 10 मार्च से चुनावों की बिसात बिछ चुकी है। पूरा देश लोेकतंत्र के इस उत्सव में है, जिसमें हर नागरिक एक नई आशा, उम्मीद के साथ इस उत्सव में...
तन-मन को भिगाती ‘सावन की फुहारें’
धूप ने सब कुछ लूट लिया था उसका! बेनूर हो गई थी उसकी दुनिया! सूख गए थे बाग-बगीचे व ताल-तलैया और तन्हाई के पहलू में ख्वाबीदा थी ख्वाइशों की तपती पगडंडी! आज रात जब...
एक दूजे के लिए
एक दूजे के लिए
शादी के बाद जिंदगी बदलती ही नहीं बल्कि कोई खास आपसे जुड़ जाता है जो जिंदगी भर के लिए आपकी परछाई बन जाता है।
शादी के बाद जिंदगी बदल-सी जाती है। क्योंकि...
कुछ बोओ, तभी तो काट पाओगे!
कुछ बोओ, तभी तो काट पाओगे!
बाइबिल में कहा गया है कि जो जैसा बोता है वह वैसा ही काटता है। लगभग यही बात हर धर्म कहता है। यही कर्म सिद्धांत है।
आम का वृक्ष लगाने...