ऋतुराज है आया बसंत Basant Panchami
ऋतुराज है आया बसंत Basant Panchami
बसन्त पंचमी एक प्रसिद्ध भारतीय त्यौहार है। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। यह पूजा सम्पूर्ण भारत में बड़े उल्लास के साथ की जाती...
सतगुरु जी का अपार रहमोकरम -सम्पादकीय
सतगुरु जी का अपार रहमोकरम -सम्पादकीय
सतगुरु अपने शिष्य की दोनों जहान में रक्षा करता है। जब तक शिष्य मातलोक में रहता है, यहां भी उसकी अपने रहमोकरम से पल-पल संभाल करता है और जब...
ऐसे शुरू हुआ समुद्री यात्राओं का सिलसिला
ऐसे शुरू हुआ समुद्री यात्राओं का सिलसिला
तेहरवीं शताब्दी से पूर्व काल को अंधकार युग की संज्ञा दी जाती है क्योंकि इस अवधि के दौरान भौगोलिक ज्ञान काफी क्षीण अवस्था में जा पहुंचा था। 13...
कहीं समय से पीछे न रह जाएं
कहीं समय से पीछे न रह जाएं
आज की इस भागदौड़ की जिंदगी में सभी समय के साथ चलना चाहते हैं। कोई भी समय बर्बाद कर पीछे नहीं रहना चाहता। जो लोग समय बर्बाद करते...
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
खाना खिलाने का भी होता है सलीका
जीने के लिए जितना जरूरी है हवा और पानी, उतना ही जरूरी है भोजन। भोजन के बिना तो जिन्दगी की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। लोग...
हमारा राष्टÑीय ध्वज -गणतंत्र दिवस विशेष
हमारा राष्टÑीय ध्वज -गणतंत्र दिवस विशेष
’प्रत्येक राष्टÑ के लिए झंडा होना अनिवार्य है। लाखों ने इनके लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। नि:संदेह यह एक प्रकार की बुतपरस्ती है मगर इसे तबाह करना...
शिकायतों का पुतला है मनुष्य
शिकायतों का पुतला है मनुष्य
हम इन्सानों को सदा ही हर दूसरे व्यक्ति से शिकायत रहती है। हर मनुष्य को लगता है कि उसके बराबर इस संसार में कोई और बुद्धिमान नहीं है। वह अपने...
Happy New Year खास तरीके से मनाएं नए साल का जश्न
Happy New Year खास तरीके से मनाएं नए साल का जश्न
नए साल का आगमन किसी पर्व या त्यौहार से कम नहीं है, बल्कि यह एक ‘ग्लोबल फेस्टीवल’ है जिसे पूरी दुनिया में एक साथ...
बचाएंगे समाज को पूज्य गुरु जी -सम्पादकीय
बचाएंगे समाज को पूज्य गुरु जी -सम्पादकीय
अपने देश भारत में जो अपनापन, परिवार का मिलकर बैठना और जो आपसी मेल-मिलाप है, वो विदेशों में कहीं नहीं देखा जा सकता। यह सांझी बात विदेशों से...
सतगुरु जी के परोपकार ला-ब्यां -सम्पादकीय
सच्चे संत, गुरु, पीर-फकीर आत्मा और मानवता पर हमेशा परोपकार करते हैं। सृष्टि, मानवता के प्रति उनके परोपकार ला-ब्यां हैं। उनके परोपकारों की गिनती नहीं हो सकती, अनगिनत परोपकार हैं उनके। जो सतगुरु जून-चौरासी...